आम आदमी पार्टी (आप) के दोनों खेमों तरफ से मिल रहे सुलह के संकेत फिलहाल बेकार साबित होते नज़र आ रहे हैं. प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे की सशर्त पेशकश की बात सामने आने क बाद अब साफ है कि पर्दे के पीछे अब भी पार्टी में बहुत कुछ चल रहा है.
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी (आप) के दोनों खेमों तरफ से मिल रहे सुलह के संकेत फिलहाल बेकार साबित होते नज़र आ रहे हैं. प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव के पार्टी के सभी पदों से इस्तीफे की सशर्त पेशकश की बात सामने आने क बाद अब साफ है कि पर्दे के पीछे अब भी पार्टी में बहुत कुछ चल रहा है.
सूत्रों की माने तो पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से निकाले जा चुके प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है. इसमें दोनों नेताओं ने लिखा है कि अगर केजरीवाल उनकी शर्तों को स्वीकार कर लेते हैं तो वे पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे. केजरीवाल को यह चिट्ठी बुधवार सुबह भेजी गई है और अभी उनकी या उनके किसी करीबी नेता ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.
पत्र में जिन शर्तों का जिक्र किया गया है उनमें पार्टी में स्वराज, पार्टी में निर्णय लेने वाली एक मजबूत संस्था, पार्टी को आरटीआई के दायरे में लाया जाए, बैठकों के मिनट्स का ब्योरा ऑनलाइन डाला जाए, स्टेट यूनिट्स को फैसले लेने की छूट दी जाए, राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पिछले दो सालों से खाली 7-8 पदों को भरा जाए और महिलाओं को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए. ये मांगें वही हैं, जो प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव 4 मार्च की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले कर चुके हैं. हालांकि, इसके बाद दोनों को पीएसी से निकाल दिया गया था.