लखनऊ. बीएसपी सुप्रीमो मायावती को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है. पार्टी के दो विधायक रोमी साहनी और बृजेश वर्मा ने मायावती पर टिकट के बदले पैसे मांगने का आरोप लगाया है, साथ उन्होने दयाशंकर के परिवार पर बसपाइयों द्वारा अभद्र टिप्पणी का भी विरोध किया. बीएसपी पर आरोप लगाने के कुछ ही घंटे बाद दोनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया.
रोमी साहनी ने दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर हुई अभद्र टिप्पणी पर भी अफसोस जताया. दिलचस्प बात यह है कि इन विधायकों की हाल ही में माफी मांगने के बाद पार्टी में वापसी हुई थी. रोमी साहनी का कहना है कि टिकट के लिए उनसे 6 जुलाई को पांच करोड़ की मांग की गई.
वहीं ब्रजेश वर्मा का कहना है कि मुझसे 4 करोड़ रुपये की मांग की गई. पैसे नसीमुद्दीन ने मांगे और सामने मायावती खड़ीं थीं. दोनों विधायकों ने क्रॉस वोटिंग न करने का भी दावा किया.
रोमी साहनी का कहना था कि जब उन्होंने मायावती से कहा कि पांच करोड़ रुपये दे पाने में सक्षम नहीं है तो उनसे कहा गया कि वह विधानसभा के बजाय फिर लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी करें. इन विधायकों का कहना था कि बीएसपी में वही नारे लगते हैं, जो लिख कर दिए जाते हैं.
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और आरके चौधरी ने भी बीएसपी को छोड़ दिया था. दोनों मायावती पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि मायावती पार्टी के अंदर टिकट बेचने का काम करती हैं.