लखनऊ. बीएसपी सुप्रीमो मायावती की तुलना वेश्या से करने पर बीजेपी ने अपने प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पद से हटा तो दिया है लेकिन बीएसपी का गुस्सा शांत नहीं हो रहा. बीएसपी ने मायावती के अपमान के खिलाफ गुरुवार को लखनऊ में बड़े प्रदर्शन का आह्वान कर दिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएसपी ने दयाशंकर के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा दी है. और मांग की है की उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए.
बीएसपी सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए पार्टी के तमाम विधायक, विधान पार्षद, जिला अध्यक्ष, को-ऑर्डिनेटरों के साथ-साथ आम कार्यकर्ताओं को कल लखनऊ बुलाया है. जाहिर है कि अगले साल चुनाव को देखते हुए प्रदर्शन में ज्यादातर नेता बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ पहुंचेंगे.
इस मसले पर राज्यसभा में भी बुधवार को तीखी बहस हुई थी जिसके बाद सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी. राज्यसभा में मायावती ने मोर्चा खुद संभालते हुए कहा था कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी किसी विरोधी पार्टी या नेता के लिए इस तरह की बेहूदी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया.
मायावती के साथ-साथ बीएसपी सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने खुले तौर पर बीजेपी और केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर दयाशंकर को गिरफ्तार नहीं किया गया और उन्हें पार्टी से नहीं निकाला गया तो इसके विरोध में प्रदर्शन या हिंसा की जवाबदेही पूरी तरह से बीजेपी की होगी.
गुजरात में मरी हुई गाय की खाल उतार रहे चार दलित युवकों की पिटाई के विरोध में राज्य के कई इलाकों में पहले से उग्र प्रदर्शन चल रहा है. ऐसे माहौल में मायावती की तुलना वेश्या से करने के खिलाफ जुट रहे बसपा कार्यकर्ताओं का विरोध लखनऊ में कितना संयमित रह पाएगा, ये देखने की बात होगी.