पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीएम और पूर्व सीएम की हैसियत से दो-दो सरकारी बंगले रखने पर सवाल उठाते हुए बीजेपी नेता और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि ये वैसा ही है जैसे कोई वेतन भी ले और पेंशन भी ले.
नीतीश सीएम के सरकारी आवास 1 अणे मार्ग वाले बंगले में रह रहे हैं जबकि जीतनराम मांझी के कार्यकाल में पूर्व सीएम की हैसियत से उन्हें 7 सर्कुलर रोड वाला बंगला दिया गया था जिस पर उनका कब्जा सीएम बनने के बाद भी बरकरार है. सुशील मोदी ने यही सवाल उठाया है कि जब नीतीश सीएम बन चुके हैं तो उन्हें पूर्व सीएम के तौर पर मिला बंगला खाली कर देना चाहिए.
सुशील मोदी ने इस मसले पर नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा था जिसका जवाब नीतीश सरकार के भवन निर्माण मंत्री ने दिया है और कहा है कि 1 अणे मार्ग में मुख्यमंत्री कार्यालय के काम निपटाए जाते हैं इसलिए नीतीश कुमार को दो बंगले की जरूरत है.
भवन निर्माण मंत्री के जवाब के आधार पर सुशील मोदी ने नीतीश से कहा है कि या तो वो 1 अणे मार्ग को मुख्यमंत्री सचिवालय घोषित कर दें और 7 सर्कुलर रोड को मुख्यमंत्री आवास बना दें या फिर सिर्फ 1 अणे मार्ग को अपने पास रखें और 7 सर्कुलर रोड वाला बंगला खाली करके सरकारी पैसे का दुरुपयोग रोकें.
सुशील मोदी ने पत्र में पूर्व सीएम की हैसियत से नीतीश को मिले 7 सर्कुलर रोड वाले बंगले को सजाने पर करोड़ों रुपए के खर्च का दावा करते हुए पूछा है कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और जीतनराम मांझी के बंगलों को सजाने पर भी उतना पैसा खर्च किया गया है. मोदी ने आरोप लगाया कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जगन्नाथ मिश्रा के आवास में एक पंखा तक नहीं लगाया गया है.