अमृतसर. पंजाब में घोषणापत्र विवाद होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार की सुबह अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने लोगों की सेवा की और बर्तन धोया.
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘भूलवश हमलोगों से कुछ गलतियां हो गई थीं. उसी की माफी मांगने आज मैं दरबार साहिब में आया. यहां सेवा करके बहुत शांति मिली.’ हालांकि इस दौरान कुछ संगठनों केजरीवाल का विरोध किया और वापस जाओ के नारे भी लगाए.
बता दें कि हाल ही में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में युवाओं के लिए घोषणापत्र जारी किया था. घोषणापत्र के मुख्यपृष्ठ पर स्वर्ण मंदिर की फोटो के साथ अरविंद केजरीवाल और पार्टी के चुनाव चिन्ह झाड़ू को दिखाया गया था. जिस पर पंजाब की सियासी पार्टियों ने नाराजगी व्यक्त की थी और कहा था कि हरमंदिर साहब के साथ झाड़ू की तस्वीर लगाना सिखों का अपमान है.
इससे पहले आप नेता आशीष खेतान के बयान को लेकर भी आलोचना हुई थी. उन्होंने कहा पार्टी के घोषणापत्र की तुलना गुरु ग्रंथ साहिब से की थी. खेतान ने कहा था कि आम आदमी पार्टी के लिए ये घोषणापत्र बाइबिल भी है, गीता भी है और गुरुग्रंथ साहिब भी.