नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों की सदस्यता बचेगी या जाएगी इस पर सस्पेंस बरकार है. इस बीच चुनाव आयोग ने दिल्ली के उन 21 विधायकों को अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए नोटिस भेजा है. जिन्हें मुख्यमंत्री केजरीवाल ने संसदीय़ सचिव के पद पर नियुक्त किया था.
चुनाव आयोग ने इन 21 संसदीय सचिव को 14 जुलाई 2016 को पेश होने का आदेश दिया है. लेकिन विधायकों के पेश होने से पहले ही सियासत तेज हो चुकी है. एक बार फिर दिल्ली सरकार के गृहमंत्री सतेन्द्र जैन ने ये कह दिया कि कोई आफिस एंड प्रार्फिट का मामला नहीं है.
लेकिन इन सब पर बीजेपी विधायक ने केजरीवाल सरकार को कोसा और जैन को पागल तक कह डाला. इस पर बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि फैसला चाहे जो हो इंतेजार करना चाहिए लेकिन फैसले से पहले निर्णय देना सवाल खडे कर देता है.