नई दिल्ली. मोदी सरकार ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के द्वारा विधानसभा में पारित 14 विधेयकों को वापस लौटा दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के हर कानून रोके जाने पर इस पर ट्विट कर कहा है कि क्या केंद्र को दिल्ली के हर कानून को रोकने का अधिकार होना चाहिए? क्या केंद्र दिल्ली सरकार का हेडमास्टर है?
केजरीवाल का कहना नरेंद्र मोदी दिल्ली की हार को भूला नहीं पा रहे हैं और इससे दिल्ली की जनता का नुकसान हो रहा है. उन्होंने ट्वीट किया “मोदी जी से फिर से हाथ जोड़ कर निवेदन है-थोडा बड़ा दिल कीजिये, दिल्ली की हार को भुला दीजिये और इस तरह से दिल्ली के लोगों से बदला मत लीजिये.”
दिल्ली सरकार के कानून पास करने के अधिकार पर केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि क्या दिल्ली की चुनी विधानसभा को कानून पास करने का अधिकार नहीं होना चाहिए?
सूत्रों के मुताबिक उचित प्रक्रिया का पालन नहीं करने का हवाला देते हुए विधेयकों को वापस किया गया है. इस पर विरोध जताते हूए केजरीवाल ने लिखा कि 10 बार तो प्रक्रिया पूरी कर कर के भेज दी। उनकी नीयत ही नहीं है बिल पास करने की। हर काम में टांग अड़ा रहे हैं।
इसके बाद बीजेपी और आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति और तेज़ हो गई है.