लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगामी यूपी विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी द्वारा लिये जा रहे फैसलों और उस पर पार्टी के भीतर हो रहे विरोध पर अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा सपा में मतभेदों से इनकार करते हुए कहा कि समजावादी पार्टी एक परिवार की तरह है यहां किसी से कोई नारजगी नहीं है.
कौमी पर क्या बोले अखिलेश?
अखिलेश ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय के सवाल पर कहा कि कौमी एकता दल के विलय को लेकर पार्टी के भीतर कोई मतभेद नहीं है और यह पार्टी का अंदरूनी मामला है.पार्टी जो फैसला करेगी वो हम सब मानेंगे.
बलराम पर टाला सवाल
बलराम यादव के बारे में पर पूछने पर अखिलेश ने सवाल को टालते हुए कहा कि इस पर (बलराम यादव) हम कुछ नहीं कहेंगे क्योंकि फैसला हो चुका है, उससे बड़ा फैसला हुआ कि मौर्य जी बसपा छोड़ चुके हैं
मौर्य पर क्या कहा?
उन्होंने बीएसपी के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने और समाजवादी पार्टी में शामिल होने की अटकलों को भी दरकिनार करते हुए कहा कि यह मौर्य का व्यक्तिगत फैसला है. इसका निर्धारण वहीं करेंगे कि वह (मौर्य) किस पार्टी में जाना चाहते हैं. अखिलेश ने मौर्य को मजबूत नेता बताते हुए कहा कि अच्छा उन्होंने बीएसपी छोड़ दी, बसपा उनके लायक नहीं है वो अब तक गलत पार्टी में थे.
क्या था मामला?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैबिनेट मंत्री बलराम यादव को मंगलवार को मंत्रिमण्डल से हटा दिया था. सूत्रों से पता चला था कि मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में विलय को लेकर बलराम यादव की भूमिका मानी जा रही थी. इससे मुख्यमंत्री खासे नाराज हैं. इसकी वजह से बलराम यादव को हटाया गया.