नई दिल्ली. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि सेंसेक्स को गिरने से बचाने के लिए सरकार द्वारा आम लोगों के पैसे पर खड़ी LIC का पैसा शेयर मार्केट में झोंकना दुर्भाग्यपूर्ण है. आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के शिकागो लौटने के फैसले के बाद शेयर मार्केट को संभालने के लिए LIC ने 99 करोड़ रुपए एक दिन में लगाए.
रिपोर्ट के मुताबिक रघुराम राजन के फैसले के बाद सोमवार को शेयर बाजार से 2837 करोड़ रुपए निकल गए. एक दिन में शेयर बाजार से इस वित्तीय वर्ष में इससे ज्यादा पैसा कभी नहीं निकला. इसके बाद एलआईसी समेत कई म्युच्अल फंड कंपनियों ने शेयर बाजार में पैसा लगाया. म्युच्अल फंड कंपनियों ने 459 करोड़ के शेयर खरीदे.
सीपीएम महासचिव येचुरी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर एक के बाद एक तीन ट्वीट में लिखा, “सेंसेक्स के नंबर को बनाए रखने के लिए आम लोगों के पैसे से चल रही एलआईसी को खतरे में डालना दुर्भाग्यपूर्ण है. हमने एनडीए की पहली सरकार में यूटीआई का हश्र देख रखा है और जिस तरह से वित्त मंत्रालय इस समय एलआईसी को इस्तेमाल कर रही है, इसका भी वही अंजाम हो सकता है.”
येचुरी ने कहा कि शेयर मार्केट के इंडेक्स को मैनेज करने के लिए सरकारी दखल तमाम नॉर्म्स के खिलाफ है. येचुरी ने नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश इस साल सूखा से जूझ रहा है तो क्या उसकी प्राथमिकता सेंसेक्स मैनेज करना होनी चाहिए.