नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को हटाने की बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की मांग को नजरअंदाज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि सरकार पूरी तरह से अरविंद के साथ है जिन्होंने समय-समय पर महत्वपूर्ण सलाह दी है. जेटली ने कहा कि वो अरविंद को लेकर स्वामी के विचार से सहमत नहीं हैं.
कैबिनेट मीटिंग के बाद मीडिया से मुखातिब जेटली से पत्रकारों ने सुब्रमण्यम स्वामी की मांग पर सवाल पूछा तो उन्होंने साफ कर दिया कि सरकार अरविंद के पीछे खड़ी है. भारतीय जनता पार्टी ने भी एक बयान जारी कर सुब्रमण्यम स्वामी के बयान से पल्ला झाड़ लिया है और कहा कि ये स्वामी की निजी राय है.
जेटली ने रघुराम राजन प्रकरण पर एक सवाल के जवाब में राजनेताओं को सरकारी पदों पर बैठे नौकरशाहों पर आरोप लगाने में संयम बरतने की सलाह दी. जेटली ने कहा, “हमें किस हद तक जाना चाहिए. राजनेताओं को देखना चाहिए कि पद के अनुशासन और मर्यादा की वजह से जवाब तक नहीं दे पा रहे लोगों पर किस हद तक हमला करना चाहिए.”
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सुबह-सुबह मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को हटाने की मांग कर दी थी. स्वामी ने अरविंद की भारतीय नागरिकता पर भी संदेह जताया था और कहा था कि इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी विवाद में अरविंद ने अमेरिका को भारत के खिलाफ कदम उठाने की सलाह दी थी.
स्वामी के नए हमले पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट किया था कि दरअसल सुब्रमण्यम स्वामी मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम की आड़ में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साध रहे हैं.