नई दिल्ली. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी विदेश दौरे पर गए हैं लेकिन जाने से पहले उन्होंने पार्टी अध्यक्ष और अपनी मां सोनिया गांधी को पार्टी में बदलाव की अपनी विश लिस्ट थमा दी है. इस विश लिस्ट में सबसे खास बात है एक चुनाव रणनीति टीम जिसमें राजीव गांधी के जमाने से गांधी परिवार के खास रहे 10 नेताओं को रखने की सिफारिश है.
सूत्रों के अनुसार राहुल ने पार्टी में चुनाव की रणनीति बनाने के लिए अलग से एक दस सदस्यीय टीम बनाने की सिफारिश की है लेकिन इसमें वो नेता ही होंगे जो कभी उनके पिता राजीव गांधी की कोर टीम के सदस्य हुआ करते थे. साफ है कि राहुल बदलाव की बात तो कर रहे हैं लेकिन पुराने चेहरों का मोह नहीं जा रहा.
राहुल गांधी पहले ही कमलनाथ और गुलाम नबी आजाद को पार्टी महासचिव बनाकर संगठन में अहम पद पर ला चुके हैं. अब अशोक गहलोत, शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे जैसे नेताओं को लाने की बात चल रही है. पार्टी का खराब समय चल रहा है इसलिए राहुल चाहकर भी पार्टी को एकदम नए चेहरे से भरने का रिस्क नहीं ले रहे हैं.
राहुल के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक राहुल का मानना है कि पुराने लोगों को चुनाव लड़ाने और जिताने का अनुभव है जिसका फायदा पार्टी को लेना चाहिए. राहुल ने इसलिए सोनिया से कहा है कि रणनीति समिति में 10 वैसे लोगों को ही रखा जाए जो चुनाव जीतते और लड़वाते रहे हैं.
इसमें कमलनाथ, गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, सुशील कुमार शिंदे, शीला दीक्षित, अशोक गहलोत, पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, अहमद पटेल जैसे नाम हो सकते हैं.
राहुल ने सोनिया गांधी को पार्टी में कई नए डिपार्टमेंट बनाने का भी सुझाव दिया है जिसमें यूथ एम्पावरमेंट, रोजगार और ट्रेनिंग, कृषि और ग्रामीण विकास, आईटी सेल जैसे विभाग शामिल हैं.
राहुल की योजना है कि सीनियर नेताओं को प्लानिंग में लगाया जाए जबकि सचिव स्तर पर युवाओं को जगह दी जाए जो राज्यों का नियमित दौरा कर कार्यकर्ताओं से बात करें और अनुभवी नेताओं की प्लानिंग पर अमल करें.