नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले उठापटक जारी है. इसी क्रम में आज मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल का सत्तासीन समाजवादी पार्टी में विलय हो गया. मुख्तार अंसारी के भाई कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव की मौजूदगी में इसकी घोषणा की.
इसके साथ ही यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर यूपी की अखिलेश सरकार के दावों पर सवाल खड़े हो सकते हैं. एक तरफ यूपी में लगातार अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी में दबंगों का विलय हो रहा है.
बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने इसे लेकर सपा पर हमला बोला था. बीजेपी नेता आईपी सिंह ने आरोप लगाया था कि समाजवादी पार्टी माफिया-गुंडों के बिना नहीं रह सकती.