नई दिल्ली. विभिन्न विपक्षी दलों के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कांधाला और कैराना का दौरा करेगा जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने ‘भारी संख्या में हिन्दुओं के पलायन’ का आरोप लगाया है. इस प्रतिनिधिमंडल में जनता दल युनाइटेड के के. सी. त्यागी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मोहम्मद सलीम, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी. राजा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के डी. पी. त्रिपाठी और राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और अन्य सांसद होंगे.
जेडीयू के नेता के. सी. त्यागी ने कहा, “यह प्रतिनिधिमंडल समाज के सभी वर्गो से मुलाकात करेगा और कैराना में एक सभा को भी संबोधित किया जाएगा.” त्यागी ने कहा, “हम सभी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कैराना से भारी संख्या में पलायन को देशव्यापी स्तर पर उठाने के बयान की कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं. इस बयान से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भय और तनाव का वातावरण पैदा हो गया है.”
त्यागी ने आरोप लगाया कि उन्होंने (बीजेपी ने) गुजरात में गोधरा (दंगों से) और मुजफ्फरनगर (दंगों) से मिली जीत का ‘स्वाद चख लिया’ है और दक्षिणपंथी ताकतें इसे ही उत्तर प्रदेश में 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में दोहराना चाहती हैं. उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अराजकता का लाभ उठाते हुए बीजेपी फिर से सांप्रदायिक कार्ड खेलने की कोशिश कर रही है.”
बता दें कि बीजेपी सांसद हुकुम सिंह ने दावा किया था कि शामली जिले के मुस्लिम बहुत कैराना शहर से भारी संख्या में हिन्दू परिवारों का पलायन हुआ है. हालांकि, मंगलवार को उन्होंने अपने पहले के बयान पर कहा कि यह सांप्रदायिक मामला नहीं है बल्कि कानून-व्यवस्था की समस्या है. उन्होंने 63 लोगों की एक दूसरी सूची जारी की जिनके कांधला से पलायन की बात कही गई है.