नई दिल्ली. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात वापस नहीं लौटेंगे और बीजेपी अगला विधानसभा चुनाव पार्टी मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के नेतृत्व में नहीं लड़ेगी. जानकार सूत्रों ने यह जानकारी दी. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शाह का वापस गुजरात लौटने का कोई इरादा नहीं है, क्योंकि वह राष्ट्रीय राजनीति पर ध्यान देना चाहते हैं.
इस सूत्र ने बताया कि अभी यह साफ नहीं है कि गुजरात में 2017 का विधानसभा चुनाव पार्टी किसके नेतृत्व में लड़ेगी. उन्होंने कहा, “चुनाव से पहले नेता का फैसला कर लिया जाएगा.”
आनंदीबेन को चुनाव से पहले हटाने की चर्चा पिछले महीने जोर पकड़ी थी, जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की थी. चर्चा यह है कि गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को पंजाब या हरियाणा का राज्यपाल बनाकर भेजा जा सकता है और राज्य के सबसे वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री नितिन पटेल को उनकी कुर्सी सौंपी जा सकती है.
पिछले तीन दशकों से मोदी की विश्वासपात्र रहीं आनंदी बेन पटेल को मोदी ने मई 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद खुद मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए चुना था. आनंदीबेन की लोकप्रियता हालांकि जल्द ही खत्म होने लगी. उनकी पाटीदार आन्दोलन से सही तरीके से नहीं निपटने के लिए आलोचना की जाती है.
इसके अलावा नबंवर-दिसंबर में हुए स्थानीय निकायों के चुनाव में बीजेपी को उन्हीं के नेतृत्व में झटका लगा था. गुजरात की मुख्यमंत्री पर इसके अलावा जमीन घोटाले का आरोप भी लगाया गया है, जिसमें उनकी बेटी जिस कंपनी में साझेदार थी, उसे काफी कम कीमत पर जमीन का आवंटन किया गया था.