इलाहाबाद. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इलाहाबाद रैली के दौरान उनको काला झंडा दिखाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. यह याचिका आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और इलाहाबाद की शिमला श्री की ओर से दाखिल की गई है.
मोदी को काला झंडा दिखाने के पीछे याचिका में गंगा की सफाई, कुंभ मेले और माघ मेले के आयोजन में होने वाले फिजूल खर्चे की जान बूझकर की जा रही अनदेखी बताई जा रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक याचिका में अपने राष्ट्रीय दायित्व का पालन करते हुए विरोध प्रदर्शन करने की बात भी कही गई है.
बता दें कि इलाहाबाद में 12 और 13 जून को बीजोपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है. बैठक में पीएम मोदी के अलावा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित कई दिग्गज नेती भी मौजूद होंगे.
क्या कहा गया है याचिका में?
आप नेता की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि पीएम के इलाहाबाद में कार्यक्रम के दौरान उनको काला झंडा दिखाने की इजाजत के लिए डीएम इलाहाबाद को प्रार्थनापत्र दिया गया था. इस पर एलआईयू की रिपोर्ट मांगी गई, लेकिन इसके बाद उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं दी गई.
इसके अलावा इसमें यह भी कहा गया है कि बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, असम रायफल आदि में कर्मचारी चयन आयोग द्वारा नियुक्तियों में धांधली, एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम का इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अप्रूवल न लेने, उच्च शिक्षण संस्थाओं में केंद्र सरकार के मंत्रियों के हस्तक्षेप करने से दुखी होकर प्रधानमंत्री को काला झंडा दिखाना चाहते हैं.
कांग्रेस का पोस्टर वार
इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी पोस्टर वार कर विरोध जताया था. कांग्रेसियों ने पोस्टर पर बने पीएम मोदी के चेहरे पर कालिख पोती और मोदी के आगमन पर इलाहाबाद बंद का एलान किया था.