नई दिल्ली. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने आरोप को सिरे से खारिज कर दिया कि नरेंद्र मोदी सरकार के प्रति उसकी नीति विरोधवादी रही है. पार्टी ने कहा कि उसकी राजनीति भारत की जमीनी सच्चाई को प्रतिबिंबित करती है. कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा, “यह विरोधवाद की राजनीति नहीं है, बल्कि यथार्थवाद है ताकि इन लोगों को जमीनी हकीकत दिखई जा सके.” मोदी ने कहा था कि उनकी सरकार की नीतियों के विरोधी प्रतिक्रियावादी प्रवृत्ति के हैं.
प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा हाने पर एक समारोह में शनिवार को कहा था, “गत 15 दिनों में दो चीजें उभर कर सामने आई हैं. एक विकासवाद है, तो दूसरा विरोधवाद है. वास्तविकता क्या है, लोग खुद तय कर सकते हैं.”
शर्मा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जिस तरह शनिवार को बोले, उससे यह प्रतीत होता है कि उन्होंने सभी वादे पूरे कर दिए हैं जो उन्होंने 2014 में सत्ता पाने की कवायद के दौरान किए थे. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री की कथनी और करनी में अंतर है. कांग्रेस नेता ने कहा, “मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था. अर्थात आज तक चार करोड़ रोजगार का सृजन हो जाना चाहिए था. मैं उन्हें (मोदी को) खुली चुनौती देता हूं कि अगर उन्होंने चार लाख रोजगार भी पैदा किए हैं, तो साबित करें.
उन्होंने दावा किया कि गत दो साल में देश में निवेश दर घटी है. शर्मा ने कहा, ” देश के इतिहास में पहली बार हुआ है कि राष्ट्रीय बचत दर की तुलना में राष्ट्रीय निवेश दर घट गई है.”