नई दिल्ली. कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह सभी चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजों को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करती है. पार्टी ने कहा है कि वह हार की वजहों पर मंथन करेगी. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “मोदी को सत्ता का दंभ नहीं होना चाहिए, क्योंकि बीजेपी सिर्फ असम में जीती है. अन्य राज्यों में उसे कुल मिलाकर छह सीटें भी नहीं मिली हैं.”
सुरजेवाला ने कहा मोदी ने इससे पहले कहा था कि देशभर के लोगों को बीजेपी में विश्वास जता रहे हैं. असम में बीजेपी की जीत हो गई है. पार्टी ने केरल में पहली बार खाता खोला है और पश्चिम बंगाल में भी तीन सीट बीजेपी खाते में गई हैं. उन्होंने कहा, “राहुल पार्टी के निर्विवाद नेता हैं और वह हमेशा रहेंगे. जहां तक हमारी हार का सवाल है तो यह राजनीति का हिस्सा है. यहां तक कि बीजेपी को भी केंद्र में सत्ता में आने के बाद कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है.”
सुरजेवाला ने कहा, “हम विनम्रतापूर्वक जनादेश स्वीकार करते हैं और विजेता पार्टियों, केरल में वाम मोर्चा, तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी में असम को बधाई देते हैं और सुशासन और विकास समर्थक नीतियों के लिए शुभकामनाएं देते हैं.”
सुरजेवाला ने कहा, “हम लोगों की सेवा करते रहेंगे और हम उम्मीद करते हैं कि इन राज्यों में नई सरकारें विकास पर ध्यान देंगी.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर के साथ हार के अन्य कारणों पर भी मंथन करेगी. सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रस मतदाताओं को ‘चुनावी प्रक्रिया में सार्थक भागीदारी के जरिए लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए’ धन्यवाद देना चाहती है.
उन्होंने कहा कि पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में दृढ़ता से खड़ी है और वह गरीबों, पिछड़ों, किसानों, खेतिहर मजदूरों और युवाओं के हक के लिए लड़ती रहेगी. सुरजेवाला ने कहा, “केंद्र हो या राज्य सरकारें, जहां भी हमें लगेगा कि विभाजनकारी एजेंडे के लिए विकास को दरकिनार कर दिया गया है, वहां कांग्रेस कार्यकर्ता दृढ़ता से लड़ाई जारी रखेंगे.” एक अन्य कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक ने कहा, “हमें ऐसे ही नतीजे के बारे में सोच रहे थे. हम अपनी हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे.”