नई दिल्ली. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के मौजूदा 2 मुख्यमंत्रियों की भले विदाई हो गई हो लेकिन उसके लिए संतोष की बात ये रही कि उसे पुडुचेरी में सरकार बनाने का मौका मिल गया है. पुडुचेरी में सरकार बनाने के बाद देश के 31 मुख्यमंत्रियों में कांग्रेस के 7 मुख्यमंत्री रह जाएंगे.
पुडुचेरी में सत्तारूढ़ ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस सुप्रीम एन रंगास्वामी की पार्टी की हार हुई है. रंगास्वामी की पार्टी को 8 सीटें मिली हैं जबकि कांग्रेस ने 30 सदस्यों वाली विधानसभा में 15 सीटें लाकर सरकार बनाने का मौका पा लिया है. डीएमके को 2 सीट मिली है और 1 निर्दलीय भी जीता है. जयललिता की पार्टी को 4 सीटें मिली हैं.
रंगास्वामी पहले कांग्रेस में ही थे और कांग्रेस ने उन्हें 2001 में पहली बार सीएम बनाया था. 2006 में रंगास्वामी ने कांग्रेस को फिर से जिताया और सरकार बनाई लेकिन 2008 में पार्टी ने उन्हें सीएम की कुर्सी खाली करने कहा और वी वैथीलिंगम को सीएम बना दिया. इसके बाद रंगास्वामी ने खुद की पार्टी ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस बनाई और 2011 के चुनाव में कांग्रेस से अपना हिसाब चुकता कर लिया.
2011 में रंगास्वामी ने जयललिता की एआईएडीएमके के साथ गठजोड़ करके चुनाव लड़ा था और तब रंगास्वामी की पार्टी को 15 और जयललिता की पार्टी को 5 सीटें मिली थीं जबकि कांग्रेस-डीएमके गठबंधन में कांग्रेस को 7 और डीएमके को 2 सीटें मिली थीं. तब भी 1 निर्दलीय जीता था.
कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री के दो दावेदार साफ तौर पर हैं. एक तो मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे वी नारायणसामी हैं और दूसरे वी वैथीलिंगम जिन्हें सीएम बनाने के लिए कांग्रेस ने 2008 में रंगास्वामी से कुर्सी छीन ली थी.