‘जो भारत माता… नहीं बोल सकता, उसे देश में रहने का हक नहीं’

देश में इन दिनों 'भारत माता की जय' नारे को लेकर जबरदस्त राजनीति हो रही है. इसी राजनीति में अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी कूद पड़े हैं. फडणवीस ने कहा कि जो 'भारत माता की जय' नहीं बोलेगा, उसे देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. फडणवीस ने नासिक के एक कार्यक्रम मे कहा है कि इस देश में सभी को 'भारत माता की जय' बोलना ही पड़ेगा. जय नहीं बोलने वालों को देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. वो ये देश छोड़ चले जाएं.

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‘जो भारत माता… नहीं बोल सकता, उसे देश में रहने का हक नहीं’

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  • April 3, 2016 6:13 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
मुंबई. देश में इन दिनों ‘भारत माता की जय’ नारे को लेकर जबरदस्त राजनीति हो रही है. इसी राजनीति में अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी कूद पड़े हैं. फडणवीस ने कहा कि जो ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलेगा, उसे देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. फडणवीस ने नासिक के एक कार्यक्रम मे कहा है कि इस देश में सभी को ‘भारत माता की जय’ बोलना ही पड़ेगा. जय नहीं बोलने वालों को देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. 
 
‘देश में रहने का अधिकार नहीं’
सीएम ने बताया कि जब वे मुंबई के एक मजार पर गए तो देखा कि सैकड़ों मौलाना ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे, जिन लोगों ने ‘भारत के टुकड़े होंगे’ के नारे लगाए वह अपने मकसद में कभी सफल नहीं होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश में किन लोगों की हिम्मत है कि वो ‘भारत माता की जय’ न कहें, इस देश में ‘भारत माता की जय’ बोलना पड़ेगा और अगर जो ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलता है, उसको देश में रहने का अधिकार नहीं है. 
 
मौलाना खालिद ने फतवे की निंदा की
इसी बीच मौलाना खालिद रशीद ने “भारत माता की जय” के नारे पर दारुल उलूम के फतवे की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस नारे के खिलाफ फतवा जारी करने की कोई आवश्यकता नहीं थी.
 
दारुल उलूम देवबंद ने फतवा किया था जारी
इससे पहले गुरुवार को ही दारुल उलूम देवबंद ने ‘भारत माता की जय’ बोलने के मसले पर फतवा जारी किया था. दारुल उलूम ने इसे गैर इस्लामी बताया था. इसके बाद से विवाद और बढ़ गया. इतना तो तय है कि नारों से शुरू हुई ये पूरी बहस कहीं न कहीं देश को मजबूत करने की जगह कमजोर ही करेगी.

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