केंद्र सरकार को आज लोकसभा में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी जीएसटी विधेयक के मामले में राहत मिल गई, जब कांग्रेस ने इस बिल का समर्थन किया. बिल लोकसभा में पेश हो गया है और राज्यसभा में इसके पास होने का रास्ता अब साफ दिख रहा है. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने इस अहम आर्थिक सुधार को लेकर अपना समर्थन देने की घोषणा की थी वहीं कांग्रेस, बीजेडी और वामपंथी दल सहित कई विपक्षी पार्टियों ने इस विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजने की मांग की थी.
नई दिल्ली. केंद्र सरकार को आज लोकसभा में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी जीएसटी विधेयक के मामले में राहत मिल गई, जब कांग्रेस ने इस बिल का समर्थन किया. बिल लोकसभा में पेश हो गया है और राज्यसभा में इसके पास होने का रास्ता अब साफ दिख रहा है. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने इस अहम आर्थिक सुधार को लेकर अपना समर्थन देने की घोषणा की थी वहीं कांग्रेस, बीजेडी और वामपंथी दल सहित कई विपक्षी पार्टियों ने इस विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजने की मांग की थी.
इससे पहले अप्रैल में जब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में जीएसटी विधेयक पेश किया था तब सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ टीएमसी ने सदन से वॉकआउट किया था. मोदी सरकार प्रस्तावित गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स को 1947 के बाद का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म बता रही है.
IANS