पटना. जेडीयू के दो बागी MLC नरेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी की विधान परिषद सदस्यता आज समाप्त कर दी गई. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी HAM के साथ जाने की वजह से जेडीयू ने इन पर दल-बदल कानून का मामला चलाया था. इससे पहले जेडीयू के बागी महाचंद्र प्रसाद सिंह की सदस्यता भी छीन ली गई थी.
जेडीयू ने विधान परिषद के सभापति से नरेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी की विधान परिषद सदस्यता खत्म करने का आग्रह किया था. इस पर दोनों पक्षों के वकीलों के साथ कई दौर की सुनवाई के बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने आज दोनों की सदस्यता खत्म करने का फैसला सुनाया.
जेडीयू ने इन दोनों पर बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जीतन राम मांझी की पार्टी के साथ मिलकर जेडीयू के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया था. नरेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी के वकीलों ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करने का ऐलान किया है.
नरेंद्र सिंह और सम्राट चौधरी की विधान परिषद सदस्यता खत्म करने पर मांझी की पार्टी HAM के प्रवक्ता दानिश रिज़वान ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार हिटलरशाही पर उतर आई है. रिज़वान ने कहा कि नीतीश कुमार और लालू यादव के इशारे पर विधान परिषद के सभापति ने ऐसा फैसला सुनाया है.