नई दिल्ली. अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस के अजीत जोगी और रमन सिंह को लेकर किए गए खुलासे के बाद कांग्रेस में बवाल शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि अंतागढ़ में भारी लेनदेन हुआ है. काले धन का उपयोग कर के उसे प्रजातंत्र को कलंकित करने का काम किया गया है. इसके साथ ही बघेल ने अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात भी कही. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के इस्तीफे की भी मांग की.
बघेल ने कहा, ‘हम राज्यपाल से निवेदन करेंगे की इस सरकार को बर्खास्त करे. नरेंद्र मोदी कहते हैं न खाऊंगा न खाने दूंगा. उन्ही के पार्टी के मुख्यमंत्री ने न केवल खाया है बल्कि खिलाया भी है.’ बघेल ने पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी के गठन की मांग की. अजीत जोगी और अमित जोगी के मुद्दे पर बोलते हुए बघेल ने कहा, ‘अमित जोगी को 7 दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना होगा. अजीत जोगी से जानकारी मांगी जायेगी और पार्टी आलाकमान को अवगत कराया जाएगा.’
टेप से खड़ा हुआ है बवाल
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल लाने वाला ऑडियो टेप जारी किया है. पिछले साल कांकेर की अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिए सौदेबाजी का खुलासा किया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बातचीत की रिकॉर्डिंग 2014 की है. बीजेपी को उपचुनाव में वॉकओवर मिल जाए, इसके लिए कांग्रेस उम्मीदवार को मैदान से हटाने के लिए सौदेबाजी हुई जिसमें छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह, उनके दामाद पुनीत गुप्ता, पूर्व सीएम अजित जोगी और उनके अमित जोगी का जिक्र है.
क्या है पूरा मामला?
13 सितम्बर 2014 को छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था. इसमें कांग्रेस ने मंतुराम पवार को बीजेपी ने भोजराज नाग को अपना उम्मीदवार बनाया था. चुनाव जीते थे भोजराज नाग. कांग्रेस के मंतूराम पवार ने चुनाव के ठीक पहले अपना नाम वापस ले लिया था. बीजेपी इसके बाद आसानी से जीत गई. जिसके बाद कांग्रेस को यह सीट खाली छोड़नी पड़ी थी. जो बातचीत की रिकॉर्डिंग हुई वो इसी सीट को लेकर हुई थी. जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम के हटने से बीजेपी को वाकओवर मिला था.