नई दिल्ली. संसद के शीतकालीन सत्र में ज्यादा काम नहीं होने से नाराज केंद्र सरकार ने विपक्ष द्वारा राज्यसभा को नहीं चलने देने पर चिंता जताते हुए कहा है कि इस समय लोकसभा और राज्यसभा अलग-अलग दिशा में काम कर रही हैं. राज्यसभा में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है.
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि संसद की शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले ही किसी भी कीमत पर संसद नहीं चलने देने की रणनीति का शिकार हुआ है. सनद रहे कि पूरे सत्र के दौरान असहिष्णुता और नेशनल हेराल्ड जैसे मसलों को लेकर काफी बवाल हुआ और कई दिन संसद को इस वजह से स्थागित किया गया.
लोकसभा में पास हुए 14 बिल, राज्यसभा में 9
शीतकालीन सत्र की शुरुआत 26 नवंबर को हुई थी और सत्र के आखिरी दिन नायडू मीडिया के सामने आए तो लोकसभा और राज्यसभा का रिपोर्ट कार्ड लेकर आए. उन्होंने बताया कि इस सत्र में संसद के दोनों सदनों से मात्र 9 बिल पास हुए.
नायडू ने बताया कि लोकसभा में कुल 14 बिल पारित हुए और संसद के इस सदन का प्रदर्शन 100 परसेंट रहा. लोकसभा में इस सत्र में 9 नए बिल भी पेश किए जिसमें 8 पास कर दिए गए. नायडू ने राज्यसभा में धीमे कामकाज और भयंकर विघ्न-बाधा की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्यसभा में मात्र 9 बिल पारित हुए और इसका प्रदर्शन मात्र 46 परसेंट रहा.
नायडू ने कहा कि संसद का शीत सत्र विरोधी दलों द्वारा हर रोज किसी न किसी बहाने सदन की कार्यवाही रोकने की भेंट चढ़ गया जिसमें राज्यसभा की कार्यवाही सबसे ज्यादा फंसी रही.