विशाखापट्टनम. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने पार्टी के नए महासचिव के रुप में सीताराम येचुरी को चुना है. पार्टी के 21वें अधिवेशन के अंतिम दिन पार्टी ने नई केंद्रीय समिति का चुनाव किया. येचुरी पार्टी के वर्तमान महासचिव प्रकाश करात की जगह लेंगे. येचुरी के अलावा महासचिव पद के लिए दूसरी दावेदारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य एस रामचंद्रन पिल्लई की थी.
येचुरी के लिए सीपीएम महासचिव बनना बहुत चुनौतीपूर्ण साबित होगा. दरअसल पिछले एक दशक में पार्टी के जनाधार में काफी गिरावट आई है और संसद में उसके सदस्यों की संख्या चौदहवीं लोकसभा के मुकाबले (44) से गिरकर 16वीं लोकसभा में नौ पर आ गई है. वहीं पश्चिम बंगाल में पार्टी का पुराना किला भी ढह चुका है. इन परिस्थितियों में नए महासचिव येचुरी के सामने काफी चुनौतियां होगीं.
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