विश्व प्रसिद्द यूनिवर्सिटी ऑक्सफोर्ड का हॉल तालियों से गूंज उठा जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने एक डिबेट के दौरान ब्रिटेन के स्पीकर्स की हालत खराब कर दी. आपको बता दें कि ऑक्सफ़ोर्ड में पिछले दिनों ब्रिटिश एम्पायर से तीसरी दुनिया के देशों को पहुंचे नुकसान से संबंधित एक डिबेट का आयोजन किया गया था. डिबेट का टॉपिक था कि क्या ब्रिटेन ने भारत या अन्य तीसरी दुनिया के देशों में अपने शासन के दौरान जो किया, उसके लिए उसे हर्जाना भरना चाहिए या नहीं.
नई दिल्ली. विश्व प्रसिद्द यूनिवर्सिटी ऑक्सफोर्ड का हॉल तालियों से गूंज उठा जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने एक डिबेट के दौरान ब्रिटेन के स्पीकर्स की हालत खराब कर दी. आपको बता दें कि ऑक्सफ़ोर्ड में पिछले दिनों ब्रिटिश एम्पायर से तीसरी दुनिया के देशों को पहुंचे नुकसान से संबंधित एक डिबेट का आयोजन किया गया था. डिबेट का टॉपिक था कि क्या ब्रिटेन ने भारत या अन्य तीसरी दुनिया के देशों में अपने शासन के दौरान जो किया, उसके लिए उसे हर्जाना भरना चाहिए या नहीं.
थरूर भारत की तरफ से इस डिबेट में प्रतिनिधित्व कर रहे थे. थरूर ने आंकड़ों और तथ्यों के आधार पर खूब तालियां बटोरीं और स्पष्ट कर दिया कि कम से कम भारत को हर्जाना रुपयों की शक्ल में नहीं चाहिए लेकिन ब्रिटेन ने जो भारत को जो नुकसान पहुंचाया है उसके लिए उसे अपना कसूर मानना चाहिए. थरूर ने अपनी स्पीच के दौरान बंगाल के अकाल, भारत के हथकरघा उद्योग की बर्बादी, प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटेन की तरफ से लड़ने के चलते हुए नुकसान और ज़ालिम ब्रिटिश व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी. असल में इस 15 मिनट के वीडियो को देखने पर ही आप जान पाएंगे की थरूर ने कैसे ऑक्सफ़ोर्ड में खड़े होकर अंग्रेजों की बैंड बजा दी…