कानपुर. कानपुर में एक दलित युवक की मौत के बाद पूरी पुलिस चौकी को सस्पेंड कर दिया गया है. दरअसल इस युवक को चकेरी थाने की अहिरवां पुलिस चौकी की हिरासत में रखा गया था, जहां उसकी चौकी में ही संदिग्ध रूप से मौत हो गई. जिसके बाद चौकी में तैनात 2 दरोगा समेत सभी 12 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया.
बता दें कि युवक की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पहले तो जमकर पथराव किया और फिर तोड़फोड़ शुरू कर दी. हालांकि काफी मश्क्कत के बाद हालात पर काबू पा लिया गया.
क्या है पूरा मामला ?
रिपोर्ट्स के अनुसार युवक को मंगलवार रात कमल वाल्मीकि नाम के एक युवक को चकेरी पुलिस ने लूट और चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन गुरुवार करीब 11 बजे कमल की चौकी में ही संदिग्ध रूप से मौत हो गई. जिसके बाद सूचना मिलते ही युवक के परिजनों समेत लोगों का गुस्सा पुलिस चौकी पर टूट पड़ा. इतना ही मामले को बढ़ता देख चौकी इंचार्ज वहां से भाग निकले.
परिजनों का आरोप
वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कमल को बेरहमी से पीटा है, जिसके कारण उसकी मौत हो गई है. उनका यह भी कहना है कि उसके शरीर पर चोटों के निशान भी है, लेकिन पुलिस इसे सुसाइड बता रही है.