नई दिल्ली. यूपी के बुलंदशहर में एक मां और बेटी से गैंगरेप का मामला हाई प्रोफाइल होता जा रहा है. इस मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अधिकारियों को जल्द से जल्द मामले को निपटाने के आदेश दिए है. जिसके बाद सूबे के मुख्य सचिव (गृह) देवाशीष पांडा और डीजीपी जावीद अहमद ने घटनास्थल का दौरा किया.
बता दें कि नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया. वहीं एसएसपी ने लापरवाही बरतने के आरोप में थानाध्यक्ष रामसेन सिंह को निंलबित कर दिया है.
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाई-वे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया. इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए. बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया गया.
शुक्रवार की रात यह परिवार नोएडा से यूपी के शाहजहांपुर जा रहा था. बुलंदशहर में घुसते ही, उनकी कार की टक्कर किसी धारदार चीज़ से हो गई. जैसे ही कार रुकी पांच आदमियों के झुंड ने परिवार को पास के खेत में घसीटकर उनके साथ लूटपाट और बलात्कार किया. बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि आरोपियों ने परिवार के मर्दों को रस्सी से बांध दिया और महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया.
अगली सुबह परिवार का एक सदस्य रस्सी खोलने में सफल रहा और फिर उसने मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में की. घटनास्थल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर एक पुलिस पोस्ट भी है. इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमों को तैनात किया गया है. मामले में कोतवाली देहात थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है.