नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी सरकार ने नेशनल पुलिस अकादमी की ट्रेनिंग परीक्षा पास नहीं करने पर झारखंड में एसपी और बंगाल में एएसपी कुमार गौतम को नौकरी से निकाल दिया है. ट्रेनिंग पास करने का कई मौका गंवा चुके दोनों अधिकारियों के टर्मिनेशन आदेश को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंजूरी दे दी है.
झारखंड से 2010 बैच की IPS अफसर और एंटी करप्शन ब्यूरो, रांची में एसपी कुसुम पुनिया को सेवा से बर्खास्त किया गया है. मोदी सरकार में यह पहला मौका है जब किसी आईपीएस को प्रोबेशन पीरियड में नौकरी से निकाल दिया गया हो. पुनिया के अलावा 2011 बैच के बंगाल के आईपीएस कुमार गौतम को भी बर्खास्त कर दिया गया है.
स्वीमिंग का कोर्स नहीं पास कर पाई थीं कुसुम पुनिया
IPS कुसुम पुनिया नेशनल पुलिस एकेडमी की ट्रेनिंग में शामिल हुई थीं लेकिन वो फाउंडेशन कोर्स की स्वीमिंग परीक्षा पास नहीं कर पाईं जिसकी वजह से ज्वाइन करने के बाद भी अब तक प्रोबेशन पर थीं और उनकी सर्विस कंफर्म नहीं हुई थी. उनको ये परीक्षा पास करनी थी लेकिन कई मौका देने के बाद भी वो इसे टालती रहीं.
एसीबी एसपी के रूप में पुनिया की ये दूसरी पोस्टिंग थी. इससे पहले वह जामताड़ा की एसपी रह चुकी हैं. नेशनल पुलिस एकेडमी ने उन्हें कई बार ट्रेनिंग पूरी करने का निर्देश दिया लेकिन हर बार पुनिया ने इसकी अनदेखी की और फिर खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर ट्रेनिंग में जाने से छूट भी मांगी.
बंगाल कैडर के आईपीएस गौतम भी ट्रेनिंग पास न करने पर बर्खास्त
पुनिया की ट्रेनिंग से छूट वाले आग्रह पर पुलिस एकेडमी ने मेडिकल बोर्ड का गठन करके उन्हें पेश होने को कहा लेकिन वह बोर्ड के सामने पेश नहीं हुईं. रिपोर्ट मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले पर सख्त रुख अख्तियार किया और कई मौका देने के बाद आखिकार सेवा से बर्खास्त कर दिया.
पुनिया के साथ-साथ बर्खास्त हुए बंगाल कैडर के आईपीएस अधिकारी कुमार गौतम पर भी हैदराबाद पुलिस एकेडमी की ट्रेनिंग कोर्स को पास नहीं करने का आरोप है. कुमार गौतम को भी सरकार और अकादमी ने ट्रेनिंग पास करने के कई मौके दिए लेकिन वो भी इनका फायदा नहीं उठा सके और नौकरी से हाथ धो बैठे.