मथुरा. यूपी के मथुरा में हिंसक झड़प के बीच सिटी एसपी और एसओ समेत 27 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने 24 के मरने की पुष्टि की है. तीन लोगों ने आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ा है. मृतकों में दो महिलाएं हैं. तीन पुलिसकर्मी लापता हैं, जिनकी तलाश हो रही है. 116 महिलाओं सहित 320 लोग गिरफ्तार हुए हैं. मुख्य आरोपियों पर चिह्नित कर रासुका में कार्रवाई होगी.
गुरिल्ला नीति से बोला हमला: डीजीपी ने पुलिस लाइन में वार्ता के दौरान बताया,तीन दिन बाद यहां पर जाल बिछाकर सरकारी जमीन को खाली करने का प्लान बनाया था. इससे पहले इसके लिए रिहर्सल की जा रही थी. एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी फोर्स के साथ केवल रेकी करने गए थे. यह आभास था कि उनके पास काफी असलहे हैं, मगर इस तरह से वे हमला कर देंगे, इसका अंदाजा नहीं था. इसी बीच गुरिल्ला नीति से उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था.
आग में जलकर 11 मरे: डीजीपी ने बताया कि हिंसा में 11 लोग उपद्रवी आग में जलकर मारे गए हैं. आग उप्रदवियों ने पुलिस को खदेड़ने के लिए लगाई थी. उन्होंने बताया कि खूनी संघर्ष में घायल 23 पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है. जिनमें से कुछ गंभीर हैं. अब तक 24 लोग इसमें मारे जा चुके हैं. कुछ लापता भी हैं. मृतकों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है.
पेड़ पर छिपाए हथियार: जवाहरबाग में छोटे-छोटे बंकर बनाकर और पेड़ों पर हथियार छिपाए हुए थे. पुलिस के सर्च ऑपरेशन में शुक्रवार सुबह दो कब्जाधारी जवाहरबाग में पेड़ पर चढ़े भी मिले. उनके पास से एके 47 की कार्टेज मिली है. मौके पर कारतूस के खोखे और बाड़ी प्रोटेक्टर आदि भी टूटे मिले.
रासुका लगाया जाएगा : डीजीपी ने बताया कि रामवृक्ष यादव, चंदन बोस, गिरीश यादव और राकेश गुप्ता मुख्य अपराधी हैं. ये यदि जीवित हुए तो इन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा और इनके खिलाफ रासुका लगाया जाएगा.
320 उपद्रवी गिरफ्तार: पुलिस ने अभी तक 116 महिलाओं समेत 320 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. डीजीपी ने बताया, 124 लोगों पर बलवा, हत्या व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज किया है.