इंदौर. मध्य प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल में जानलेवा लापरवाही का मामला सामने आया है. अस्पताल में छोटे से ऑपरेशन के दौरान ऑक्सीजन गैस की जगह नाइट्रस ऑक्साइड गैस (बेहोशी की गैस) दे दी. जिसके चलते दो बच्चों की मौत हो गई है. यह मामला इंदौर के यशवंत राव अस्पताल का है. वहीं मामला तूल पकड़ने के बाद अब राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
5 दिन पहले शुरू किया गया था OT
बता दें कि अस्पताल के जिस ऑपरेशन थियेटर में बच्चों की मौत हुई है, वो पांच दिन पहले ही शुरू किया गया था. बच्चों की मौत के बाद ऑपरेशन थिएटर सील कर दिया गया है और जांच के लिए समिति गठित कर दी गई है. साथ ही ऑपरेशन थियेटर बनाने वालों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला ?
शुक्रवार को जब खांडवा से आए 5 साल के एक बच्चे को ऑक्सीजन दी गई तो उसने दम तोड़ दिया, लेकिन इसके बाद भी अस्पताल प्रशासन की नींद नहीं टूटी. इसके बाद रविवार को एक बार फिर डेढ़ साल के मासूम को ऑक्सीजन की जगह बेहोशी वाली गैस दे दी. जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई.
डॉक्टर ने इसके बाद ऑक्सीजन पाइप और नाइट्रस ऑक्साइड गैस सप्लाई करने वाली पाइप चेक की. जिसमें पता चला कि दोनों में गैस बदल गई है, ऑक्सीजन की जगह नाइट्रस ऑक्साइड गैस दे दी गई, लेकिन तब तक डेढ़ साल के मासूम ने भी दम तोड़ दिया था.