हरियाणा में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर जाटों के प्रदर्शन से राज्य के कई हिस्सों में रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित हुआ है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईबीसी) के लिए आरक्षण का कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की घोषणा की है.
चंडीगढ़. हरियाणा में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर जाटों के प्रदर्शन से राज्य के कई हिस्सों में रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित हुआ है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईबीसी) के लिए आरक्षण का कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की घोषणा की है.
दिन में जाटों का प्रदर्शन रोहतक-झज्जर क्षेत्र से सोनीपत, भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और जींद जिलों तक फैल गया. प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो गईं. सोनीपत में प्रदर्शनों में जहां वकील शामिल हुए, बड़ी संख्या में छात्रों ने रोहतक में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं.
जाट और खाप नेताओं की मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ चार घंटे तक बैठक हुई. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले नेताओं में हवा सिंह सांगवान, सुदीप कालकल, महेंद्र सिंह मोर और संतोष दहिया शामिल थे. इस बैठक में वित्त मंत्री अभिमन्यु, कृषि मंत्री ओपी धनखड़ और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला भी मौजूद थे.
बाद में मुख्यमंत्री ने सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण का कोटा 10 से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की घोषणा की. उन्होंने साथ ही सालाना आय की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाकर छह लाख रुपये करने की भी घोषणा की, ताकि इस श्रेणी के तहत अधिकतम लोगों को लाभ हो सके.