बिहार: दो इंजीनियरों की हत्या के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार

बिहार के दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्या के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम पिंटू लाल देव बताया जा रहा है, जो स्थानीय प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी का देवर है. मुन्नी देवी से भी पूछताछ जारी है.

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बिहार: दो इंजीनियरों की हत्या के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार

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  • December 28, 2015 5:39 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

पटना. बिहार के दरभंगा में दो इंजीनियरों की हत्या के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम पिंटू लाल देव बताया जा रहा है, जो स्थानीय प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी का देवर है.

मुन्नी देवी से भी पूछताछ जारी है. मुन्नी देवी कुख्यात संतोष झा की बहन है. मुन्नी देवी के पति संजय लाल देव एमसीसी का सक्रिय सदस्य रह चुका है लेकिन 2003 में उसने आत्मसमर्पण कर दिया था.

प्राप्त सबूतों के अनुसार कंस्ट्रक्शन कंपनी की गतिविधियों की जानकारी पिंटू ने मुकेश पाठक को दी थी. अभी पुलिस ने मुन्नी देवी को गिरफ्तार नहीं किया है लेकिन उनपर निगरानी रखी जा रही है. 

एसटीएफ के अनुसार मुकेश पाठक क्रिकेट किट बैग में एके 47 लेकर आया था. जिस बाइक से वह आया था वह बाइक भी चोरी की है. मुकेश पाठक के जोगबनी के रास्ते विराटनगर में भागने की सूचना है.
 
घटना को मुकेश पाठक और विपिन झा ने अंजाम दिया है. इन्ही दोनों ने पिछले सप्ताह मुजफ्फरपुर के साहेबगंज में भी एके 47 से फायरिंग की थी. इससे पहले इलाके के बहेड़ा थाने के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया था और मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई थी.

क्या है मामला ?

बिहार में रंगदारी नहीं देने पर दो इंजीनियरों को गोलियों से भूना

शिवरामपुर गांव में दोनों इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों BSc-C&C Joint Venture Ltd नाम की कंपनी के लिए काम करते थे. इस कंपनी को इलाक़े में सड़क बनाने का ठेका मिला है. हफ़्ते भर पहले ही दोनों इंजीनियरों से रंगदारी मांगी गई थी.

इंजीनियर मर्डर: रंगदारी की शिकायत हुई थी पर पुलिस सोई रही

रंगदारी की मांग के बाद कंपनी ने पुलिस को सूचना भी दी गई थी. शुक्रवार शाम तक कंपनी के ऑफिस के आगे पुलिस बल तैनात था, जिसे शुक्रवार शाम ही हटा लिया गया. हालांकि पुलिस को वहां से हटाने की वजह का पता नहीं चल सका है. पुलिस के हटाए जाने के अगले ही दिन अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया  था.

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