Zomato Row over Muslim Rider: जोमैटो से खाना ऑर्डर करने के बाद एक शख्स ने मुस्लिम डिलिवरी बॉय से खाना लेने से मना कर दिया. शख्स ने जोमौटो से बात करके ऑर्डर कैंसल करवाने की कोशिश की. इसके बाद उसने इस बारे में ट्विटर पर लिखा. उसने लिखा, उन्होंने (जोमौटो ने) मेरे खाने के लिए एक गैर हिंदू राईडर को डिलिवरी आवंटित की, उन्होंने कहा कि वे राईडर नहीं बदल सकते. इस पर जोमैटो और जोमैटो के संस्थापक ने सोशल मीडिया पर ही करारा जवाब दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने भी उस शख्स के खिलाफ कई ट्वीट किए.
नई दिल्ली. मंगलवार रात को एक व्यक्ति ने फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो पर दिए गए ऑर्डर को रद्द करने के बारे में ट्वीट किया क्योंकि उसका खाना लाने वाला राइडर एक गैर हिंदू था. दरअसल मंगलवार रात को पंडित अमित शुक्ल नाम के एक व्यक्ति ने जोमौटो से खाना ऑर्डर किया. जोमौटो एप पर उसने देखा कि उसका खाना लाने के लिए एक गैर हिंदू (मुसलमान) राइडर को रेस्त्रां भेजा गया है. इसके बाद उसने एप के जरिए कस्टमर केयर से गुजारिश की कि उसका ऑर्डर लाने के लिए राइडर बदला जाए. जोमौटो के इसके पीछे कारण पूछने पर उसने कहा कि सावन का महीना चल रहा है ऐसे में वो किसी गैर हिंदू से खाना नहीं ले सकता है. इस पर जोमौटो ने कहा कि वो उसका ऑर्डर कैंसल कर देंगे लेकिन उसे पैसा वापस नहीं करेंगे.
इसके बाद शख्स ने ट्विटर पर जोमौटो से की बात और अपने ऑर्डर के स्क्रीन शॉट डालकर इस बारे में लिखा. मध्य प्रदेश के जबलपुर के निवासी अमित शुक्ल ने कई ट्वीट किए. उसने अपने ट्वीट में जोमौटो से की चैट के स्क्रीन शॉट डाले. उसने अपने ऑर्डर का एक स्क्रीन शॉट डाला जिसमें दिख रहा है कि उसका ऑर्डर पहुंचाने के लिए फैयाज नाम का राइडर भेजा गया था. जोमैटो के कस्टमर केयर के साथ अपनी बातचीत के स्क्रीन शॉट साझा करते हुए अमित ने कहा कि वह अपने वकीलों के साथ इस मुद्दे को उठाएंगे.
Just cancelled an order on @ZomatoIN they allocated a non hindu rider for my food they said they can't change rider and can't refund on cancellation I said you can't force me to take a delivery I don't want don't refund just cancel
— पं अमित शुक्ल (@Amit_shukla999) July 30, 2019
https://twitter.com/NaMo_SARKAAR/status/1156222474209488897
इसके बाद जोमौटो इंडिया के ट्विटर अकाउंट से अमित के ट्वीट पर जवाब भी दिया गया. जोमौटो ने अपने जवाब में लिखा खाने (भोजन) का कोई धर्म नहीं है. यह खुद एक धर्म है.
https://twitter.com/ZomatoIN/status/1156429449258250240
जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने भी अपनी कंपनी के रुख का साथ देते हुए ट्वीट किया, हम भारत पर गर्व करते हैं और हमारे सम्मानित ग्राहकों और भागीदारों की विविधता पर भी. हमें अपने मूल्यों के रास्ते में आने वाले किसी भी ग्राहक को खोने का खेद नहीं है.
We are proud of the idea of India – and the diversity of our esteemed customers and partners. We aren’t sorry to lose any business that comes in the way of our values. 🇮🇳 https://t.co/cgSIW2ow9B
— Deepinder Goyal (@deepigoyal) July 31, 2019
इसके बाद सोशल मीडिया पर कट्टरता और घृणा को खारिज करते हुए लोगों ने जोमैटो की प्रतिक्रिया की व्यापक रूप से प्रशंसा की.
This statement from a startup founder is what is required. Only @ZomatoIN from now on!!
— Abdul Rasheed اعيش فلسطين (@VivaaPalestine) July 31, 2019
My next 5 orders will be from you ❤️
— Ibn e Pacino (@CanadianSaab) July 31, 2019
Well said! Rare to find corporate voices publicly rejecting the growing hate and bigotry. 👏👏
— SamSays (@samjawed65) July 31, 2019
how did u ensure the cook is hindu?
— ✖️ 3.0 (@bored_IT_baba) July 31, 2019
Instead of asking lawyer, ask to your conscience.
— Vaibhav R (@vaibhavrawoot) July 31, 2019
uninstall and dont use @zomato , but what you are doing is going to get you into trouble. What next are you going to check who grew your veg or stitched the clothes you are going to buy ???
— Ajay (@Ajaychennai2) July 31, 2019
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