Zomato Instant: 10 मिनट स्पीड डिलीवरी पर अब उठे सवाल, बोले नहीं होगा कोई नुकसान

Zomato Instant नई दिल्ली, Zomato Instant फ़ूड डिलीवरी ऐप जोमाटो ने पिछले दिनों केवल 10 मिनट में फ़ूड डिलीवरी की सर्विस शुरू करने का ऐलान किया था. इस स्पीड डिलीवरी को लेकर अब सवाल उठाए जा रहे हैं. साथ ही कई जगह अब इसका विरोध भी किया जा रहा है. जोमाटो इन दिनों अपने ताज़ा […]

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Zomato Instant: 10 मिनट स्पीड डिलीवरी पर अब उठे सवाल, बोले नहीं होगा कोई नुकसान

Riya Kumari

  • March 23, 2022 5:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Zomato Instant

नई दिल्ली, Zomato Instant फ़ूड डिलीवरी ऐप जोमाटो ने पिछले दिनों केवल 10 मिनट में फ़ूड डिलीवरी की सर्विस शुरू करने का ऐलान किया था. इस स्पीड डिलीवरी को लेकर अब सवाल उठाए जा रहे हैं. साथ ही कई जगह अब इसका विरोध भी किया जा रहा है.

जोमाटो इन दिनों अपने ताज़ा बिज़नेस मॉडल को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रहा है. जिसमें जोमाटो ने अपने कस्टमर्स को 30 मिनट के बजाय केवल 10 मिनट में फ़ूड की डिलीवरी करने की सर्विस का ऐलान किया है. इस सर्विस का ऐलान होते ही इस बात की आशंका जताई जाने लगी कि इस दौरान फ़ूड डिलीवरी करने वाले पार्टनर्स को कितनी तकलीफ होगी और इस सर्विस में कितना खतरा है. हालाँकि कंपनी ने इस बात से इंकार किया है.

दीपिंदर गोयल ने किया ऐलान

अब जोमाटो फ़ूड डिलीवरी एप्लीकेशन के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने ऐप की सेवा को लेकर अपना एक बयान जारी किया है. जिसमें उन्होंने इसकी सेवा को बढ़ाते हुए अब 30 मिनट में होने वाली डिलीवरी को और भी कम करके केवल 10 मिनट में कस्टमर तक पहुंचाने की बात कही है. इस बारे में बताते हुए वह कहते हैं, भोजन की गुणवत्ता और डिलीवरी पार्टनर की सुरक्षा के लिए ये कदम लिया गया है. कंपनी केवल 10 मिनट में खाना पहुंचाएगी लेकिन इसके लिए वर्कर या खाने की डिलीवरी करने वाले पर किसी भी तरह का दबाव नहीं बनाया जाएगा.

कांग्रेस सांसद ने बताया जानलेवा

कार्ति पी. चिदंबरम जोमाटो की इस जल्द डिलीवरी वाली सर्विस की आलोचना करते हुए ट्वीट किया है. जिसमें उन्होंने लिखा, ‘यह…सर्विस वर्कर की ज़िंदगी के साथ 10 मिनट का खिलवाड़ होगा.’ उन्होंने आगे इसे बेतुका बताया और कहा कि ये डिलीवरी वर्कर्स पर दबाव बनाएगा. इन कर्मचारियों को जोमाटो से सुविधाएं या सुरक्षा या मोलभाव की ताकत नहीं प्राप्त है. लोग इसको लेकर तर्क कर रहे हैं कि अब तक भारत में इस तेज़ी से एम्बुलेंस भी नहीं पहुंचती. कोई फ़ूड डिलीवरी पार्टनर कहां से पहुंचेगा.

वर्कर्स यूनियन ने बताया ये डर

गिगवर्कर्स के एक संगठन TGPWU द्वारा जोमाटो के इस कदम का विरोध किया गया है. यूनियन के फाउंडर शेख सलाउद्दीन ने एक बातचीत के द्वारा बताया कि इस तरह का कदम स्टेंट फूड डिलीवरी मॉडल गिग वर्कर्स के लिए एक खतरा है. उन्होंने बताया कि इन वर्कर्स के सामने एक्सीडेंट के अलावा भी कई तरह के खतरे जैसे पुलिस फाइन,स्पीड ड्राइविंग जैसे रिस्क होंगे.

ट्विटर ने दी सफाई

इस मामले में जोमाटो के सीईओ ने ट्विटर पर सफाई देते हुए बताया है कि इससे किसी को कोई नुक्सान नहीं होगा. केवल 10 मिनट के अंदर वही आइटम डिलीवर होंगे जो काफी लोकप्रिय हैं. इसके अलावा भी ये सर्विस केवल लिमिटेड जगहों पर होगी.

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