Zia Ur Rahaman Barq: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले साल 24 नवंबर को हुई हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. आज 8 अप्रैल 2025 को वे विशेष जांच टीम (एसआईटी) की पूछताछ के लिए थाने पहुंचे हैं. इस मामले में उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया है और एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
थाने में पूछताछ के लिए हाजिर हुए बर्क
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने आज सुबह संभल थाने में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इससे पहले उन्होंने कहा ‘मैं कानून और संविधान में विश्वास रखता हूं. न्यायपालिका में मेरी आस्था है. आज मेरी तबीयत ठीक नहीं थी. मेरे डॉक्टर ने मुझे आराम करने की सलाह दी है लेकिन इसके बावजूद मैं वहां (थाने) जा रहा हूं ताकि पुलिस प्रशासन को यह न लगे कि मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा हूं…’ उनकी यह प्रतिक्रिया उनके कानून के प्रति सम्मान और जांच में सहयोग की भावना को दर्शाती है. एसआईटी अब उनसे हिंसा से जुड़े तथ्यों और उनकी भूमिका पर सवाल-जवाब करेगी.
जामा मस्जिद सदर ने लिया था बर्क का नाम
संभल हिंसा की जांच में एक अहम मोड़ तब आया जब 23 मार्च को गिरफ्तार जामा मस्जिद कमेटी के सदस्य जफर अली ने पूछताछ के दौरान सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की संलिप्तता का खुलासा किया. जफर अली ने एसआईटी को बताया कि 24 नवंबर की हिंसा में बर्क का हाथ था. इसके बाद पुलिस ने अपनी केस डायरी में जफर अली और बर्क के बीच साजिश का उल्लेख किया. इस खुलासे ने मामले को और गंभीर बना दिया है जिसके चलते बर्क पर कानूनी शिकंजा कसता नजर आ रहा है.
मकान निर्माण पर भी सवाल
हिंसा के मामले के अलावा जियाउर्रहमान बर्क के मकान के निर्माण को लेकर भी विवाद जारी है. जांच टीम ने हाल ही में उनके आवास की नपाई पूरी की. जिसके दौरान भारी पुलिस बल तैनात था ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. प्रशासन ने इस मामले में बर्क को कई बार नोटिस जारी किए हैं. यह जांच की जा रही है कि क्या मकान का निर्माण बिना नक्शे के हुआ है. जांच कमेटी को 22 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी. लेकिन समय पर रिपोर्ट नहीं दी जा सकी. अब 5 अप्रैल को इस मामले में सुनवाई होनी है. जिसके लिए जांच टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट एसडीएम को सौंपेगी. फरवरी में जवाब दाखिल न करने पर एसडीएम वंदना मिश्रा ने बर्क पर 500 रुपये का अर्थदंड भी लगाया था.
बर्क की मुश्किलें बढ़ने के आसार
संभल हिंसा में सांसद बर्क नामजद अभियुक्त हैं. संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने पहले कहा था ‘सांसद बर्क से पूछताछ के लिए जल्द ही 41(ए) का नोटिस जारी किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि हिंसा से पहले और बाद में उन्होंने किन लोगों से क्या बातचीत की थी.’ इस बीच, हिंसा के एक अन्य आरोपी जफर अली को गिरफ्तार कर मुरादाबाद जेल भेज दिया गया है. जांच के नतीजे बर्क की भूमिका को स्पष्ट करेंगे लेकिन मौजूदा हालात उनके लिए चुनौतीपूर्ण दिख रहे हैं.
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