नई दिल्ली: भारत विश्व के कई देशों के उपर अरबों रुपये खर्च करता है और उन सभी की मदद करता है. ऐसे देशों में मालदीव, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देश शामिल हैं. भारत ज्यादातर उन देशों की मदद करता है जो विकासशील है या विकासशील देश बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कुछ […]
नई दिल्ली: भारत विश्व के कई देशों के उपर अरबों रुपये खर्च करता है और उन सभी की मदद करता है. ऐसे देशों में मालदीव, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देश शामिल हैं. भारत ज्यादातर उन देशों की मदद करता है जो विकासशील है या विकासशील देश बनने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कुछ देश ऐसे हैं, जो अपनी अर्थव्यवस्था चलाने के लिए संर्घष कर रहे हैं.आखिर उन्हें कितनी मदद दी जाती है, चलिए इसके बारे में जानते है.
वैसे वर्तमान समय में भारत और मालदीव के बीच अच्छे रिश्ते नही चल रहे हैं. हालांकि पहले से भारत सरकार के कर्ज में डूबे मालदीव को सरकार द्वारा 770.90 करोड़ रुपए का फंड दिया गया है.
भारत सरकार ने नेपाल सरकार को भी लगभग 650 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है. वैसे भारत और नेपाल के बीच कुछ मुद्दों को लेकर विवाद रहता है. जिसमें मुख्य रुप से लिपुलेख, लिम्पियाधुरा और कालापानी क्षेत्र को लेकर दोनों देशों के बीच मनमुटाव का कारण बना हुआ है. इसके बाद भी भारत नेपाल की मदद करता रहता है.
भारत सरकार ने भूटान को 2,398.97 करोड़ रुपए का फंड दिया है. जिसमें से 1,614.36 करोड़ रुपए का धनराशि लोन के रुप में शामिल है.
मॉरीशस को टूरिस्ट प्लेस के रुप में जाना जाता है. भारत सरकार ने मारिशस को 330 करोड़ रुपए फंड के रुप में दिया है.
भारत सरकार ने म्यामांर सरकार को 370 करोड़ रुपए का फंड दिया है.
भारत अपने पड़ोसी देश अफगानिस्तान को हमेशा साथ लेकर चलने की कोशिश करता है. भारत की तरफ से अफगानिस्तान को 220 करोड़ रुपए का फंड भी दिया गया है.
बांग्लादेश और भारत के बीच हमेशा दोस्ताना व्यवहार रहा है. बाग्लादेश भले एक मुस्लिम राष्ट्र है, लेकिन वहां के लोग हमेशा से भारत का समर्थन करते है. भारत भी अपने पडोसी देशों का ख्याल हमेशा रखता है. भारत ने अफगानिस्तान को लगभग 130 करोड़ रुपए का फंड दिया है. इतने दोस्ताना सम्बंध के बाद भी दोनों देशों के बीच सीमा विवाद देखने को मिलता रहता है.
भारत सरकार इन देशों के अलावा श्रीलंका को 60 करोड़ रुपए, सेशेल्स को 9.91 करोड़ रुपए और मंगोलिया को 5 करोड़ रुपए का फंड दिया है.