नई दिल्ली। मानसून का इंतजार कर रहे तारीखों की गिनती करने वालों को निराशा का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, मौसम विज्ञानियों ने पहले भविष्यवाणी की थी कि भारत में इस बार मानसून समय से पहले आएगा, लेकिन अब कहा जा रहा है कि भारत आने से पहले ही मानसून कमजोर नजर आ रहा […]
नई दिल्ली। मानसून का इंतजार कर रहे तारीखों की गिनती करने वालों को निराशा का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, मौसम विज्ञानियों ने पहले भविष्यवाणी की थी कि भारत में इस बार मानसून समय से पहले आएगा, लेकिन अब कहा जा रहा है कि भारत आने से पहले ही मानसून कमजोर नजर आ रहा है. आईएमडी ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून 27 मई को केरल पहुंच सकता है।
वहीं मौसम विभाग ने मानसून को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। आईएमडी ने ट्वीट किया है कि अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिणपूर्व अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने मॉनसून के आगे बढ़ने की भविष्यवाणी की है, लेकिन अभी तक अगले 48 घंटों में मॉनसून के केरल पहुंचने की कोई भविष्यवाणी नहीं की है। इससे पहले मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून 27 मई तक केरल पहुंच सकता है, लेकिन अब इसमें देरी हो सकती है।
इस समय केरल में मानसून के प्रवेश से पहले प्री-मानसून बारिश जारी है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदल गया है। पिछले कई दिनों से कई राज्यों में हल्की बारिश और गरज के साथ अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। इस बीच मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल मानसूनी बारिश सामान्य रहने की संभावना है। इस साल 99 फीसदी बारिश की संभावना है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार, अगले 48 घंटों में दक्षिण पूर्व अरब सागर, मालदीव के कुछ हिस्से और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर बंगाल खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मानसून अपनी गति से आगे बढ़ता रहेगा।