लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के अंदर के टकराव ने खूब सुर्खियां बटोरीं. बताया गया कि लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के अंदर के टकराव ने खूब सुर्खियां बटोरीं. बताया गया कि लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में है.
इस बीच यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ बगावती सुर अपनाने वाले नेताओं को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ही मुख्यमंत्री रहेंगे. सीएम को बदलने की चर्चा पूरी तरह से गलत है.
बता दें कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी सियासी तस्वीर सामने आई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिराथू सीट से विधायक और अपना दल (के) की प्रमुख पल्लवी पटेल से मुलाकात की है. इस दौरान सीएम आवास के बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई. मालूम हो कि पल्लवी पटेल ने 2022 के विधानसभा चुनाव में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को मात दी थी. ऐसे में उनकी सीएम योगी से मुलाकात ने राज्य में सियासी हलचल बढ़ा दी है.
गौरतलब है कि सरकार और संगठन के बीच जारी रशाकशी के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी विधायकों से मुलाकात करना शुरू कर दिया है. सीएम योगी ने बुधवार को 5 विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित अपने आवास पर बरेली मंडल के भाजपा विधायकों से मुलाकात की.
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