नई दिल्लीः यूपी के देवरिया में दिल दहला देने वाले हत्याकांड में योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की है। मामले में लापरवाही बरतने के चलते 15 लोगों के ऊपर गाज गिरी है। जिसमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्रधिकारी, दो तहसिलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 […]
नई दिल्लीः यूपी के देवरिया में दिल दहला देने वाले हत्याकांड में योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई की है। मामले में लापरवाही बरतने के चलते 15 लोगों के ऊपर गाज गिरी है। जिसमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्रधिकारी, दो तहसिलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। मामले की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
अधिकारियों ने बरती लापरवाही
बता दें कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में फतेहपुर गांव में हुए हत्याकांड में कर्मचारियों और अधिकारियों की लापरवाही सामने आई थी। सत्य प्रकाश दुबे ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जे के संबंध में आईजीआरएस के तहत कई शिकायते की थी लेकिन शिकायतें को पुलिस विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया था।
क्या है पूरा मामला
जानकारी दें दे कि देवरिया जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा मे 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी। इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया था और सत्य प्रकाश दुबे, उनके पत्नी दो बेटी एक बेटा समेत पांच सदस्यों की निर्मम तरिके से हत्या कर दी गई थी। इस वारादात में सत्य प्रकाश के 8 साल के बेटे अनमोल की हालत नाजुक बनी हुई है।
सत्य प्रकाश दुबे की बड़ी बेटी की तहरीर पर 28 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था। पुलिस ने 16 आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसमें गोरख यादव, श्याम यादव, कुश यादव, परमहंश यादव, रामजी यादव, देवानंद यादव, दुर्गेश यादव, अनिरुद्ध यादव, रामभवन यादव, राधेश्याम यादव, दिवाकर तिवारी, बेचू राजभर, अर्जुन यादव, परशुराम राजभर, प्रदीप राजभर, फुलगेना यादव शामिल है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।