लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सिफारिश पर सूबे के राज्यपाल राम नाईक ने ओमप्रकाश राजभर को राज्य के पिछड़ा कल्याण एवं विकलांग जन विकास मंत्रालय के मंत्री पद से हटा दिया है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सोमवार को यूपी के राज्यपाल राम नाईक से राजभर को बर्खास्त करने की मांग की. राज्यपाल ने राजभर को उनके पद से मुक्त कर दिया है. इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ” यह गरीबों की आवाज उठाने की सजा मिली है. अगर हक मांगना बगावत है तो समझो हम बागी हैं.”
बीजेपी के सहयोगी रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने 2019 लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा. उन्होंने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे. राजभर ने लगातार बगावती तेवर अख्तियार किए रखा और बीजेपी को हराने का दावा करते रहे. एक्जिट पोल नतीजों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने के आसार जताए जा रहे हैं. एक्जिट पोल के ठीक अगले दिन राजभर की विदाई औपचारिक तौर पर यूपी कैबिनेट से हो गई है. हांलाकि राजभर ने इस्तीफा पहले ही दे दिया था लेकिन उसे स्वीकार नहीं किया गया था.
गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने विधानसभा में चार सीटें जीती थीं. बीजेपी के सहयोगी दल के तौर पर उन्हें कैबिनेट मिनिस्टर का पद दिया गया था. लेकिन पिछले कुछ वक्त से राजभर पूरी तरह बीजेपी के विरोध में खड़े हो गए ते. उत्तर प्रदेश में उन्होंने लोकसभा सीटों के लिए अपने अलग उम्मीदवार खड़े किए. उन्होंने कई जगहों पर बीजेपी के खिलाफ भी प्रचार किया. राजभर भविष्यवाणी कर चुके हैं कि देश के अगले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं बल्कि एक दलित की बेटी बनेगी. उनका इशारा बसपा प्रमुख मायावती की तऱफ था. रविवार को सामने आए अधिकांश एग्जिट पोल में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिल रहा है. इसके ठीक एक दिन बाद राजभर पर गाज गिर गई है.
अनिल राजभर को सौंपे गए ओमप्रकाश राजभर के सभी पद
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में ओमप्रकाश राजभर के दोनों मंत्रालय पिछड़ा वर्ग एवं विक्लांग कल्याण मंत्रालय चंदौली से आने वाले अपने विधायक अनिल राजभर को सौंप दिया है. अनिल राजभर इससे पहले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. ओमप्रकाश राजभर के सभी पदों को अनिल राजभर को देने का निर्णय राजभर समाज को साधने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है.
ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्तगी ने अनिल राजभर का कद यूपी की राजनीति में अचानक से बढ़ा दिया है. कभी समाजवादी पार्टी के सदस्य रहे अनिल राजभर 2017 विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे.
सलमान खान के पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 18 का ग्रैंड फिनाले 19 जनवरी को…
क्वार्ट्ज को सोने में बदलने की दिलचस्प प्रक्रिया का खुलासा हुआ है। मनाश यूनिवर्सिटी में…
चेहरे की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए चमकदार और दाग-धब्बों रहित त्वचा सबसे अहम…
मंगलवार (जनवरी 07, 2025) को बिहार के कैमूर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मीडिया…
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन साल पहले कूड़े के ढेर में मिला एक…
अभिनेता जयपुर से थे, जबकि सुतापा दिल्ली से थीं. कॉलेज के दिनों में वे दोनों…
View Comments
B5VV3GWMIM http://www.yandex.ru