नई दिल्ली। निजी क्षेत्र का यस बैंक फिर से मुनाफे में हो गया है. यस बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 में 1,066 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाकर अच्छा प्रदर्शन किया है. इससे बैंक फिर से मुनाफे में आ गया है. यस बैंक ने शनिवार को चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए. इस दौरान बैंक ने […]
नई दिल्ली। निजी क्षेत्र का यस बैंक फिर से मुनाफे में हो गया है. यस बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 में 1,066 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाकर अच्छा प्रदर्शन किया है. इससे बैंक फिर से मुनाफे में आ गया है. यस बैंक ने शनिवार को चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए. इस दौरान बैंक ने बताया कि वह फिर से मुनाफे की स्थिति में आ गया है.
इससे पहले वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक को 3,462 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इससे पहले 2019-20 में 22,715 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. वित्त वर्ष 2018-19 के बाद यह पहला मौका है जब यस बैंक किसी वित्तीय वर्ष में मुनाफा कमाने में सफल रहा है. हाल ही में पूरे हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 में बैंक ने कुल 1,066 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है.
बैंक ने शेयर बाजार को अपने वित्तीय नतीजों की जानकारी देते हुए कहा कि उसे जनवरी-मार्च 2022 तिमाही में 367 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. एक साल पहले इसी अवधि में बैंक को 3,788 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. दिसंबर 2021 को खत्म हुई तीसरी तिमाही में उसे 266 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
चौथी तिमाही में बैंक की कुल आय जनवरी-मार्च 2021 तिमाही में 4,678.59 करोड़ रुपये के मुकाबले 5,829.22 करोड़ रुपये रही. हालांकि, पूरे साल के लिए यस बैंक की कुल आय 22,285.98 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 23,053.54 करोड़ रुपये से कम है. बैंक ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में उसके जमा में बढ़ोतरी हुई है. बैंक के फंसे कर्ज की हिस्सेदारी भी 5.9 फीसदी से घटकर 4.5 फीसदी पर आ गई. मार्च 2022 के अंत में बैंक का एनपीए 13.9 प्रतिशत था, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में यह अनुपात 15.4 प्रतिशत था.
दिल्ली में 72 साल बाद गर्मी ने ऐसा किया बेहाल, अभी और बढ़ेगा तापमान
IPL2022 के 44वें मुकाबले में भिड़ेंगे मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स