यासीन मलिक ने तिहाड़ जेल में की भूख हड़ताल, कहा- नहीं हुई मेरे केस की सही जांच

  नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का चेयरमैन यासिन मलिक इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। इसी साल मई में उसे आपराधिक साजिश रचने और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया गया है। मलिक ने शुक्रवार सुबह से तिहाड़ जेल में भूख […]

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यासीन मलिक ने तिहाड़ जेल में की भूख हड़ताल, कहा- नहीं हुई मेरे केस की सही जांच

Mohmmed Suhail Mewati

  • July 23, 2022 8:51 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

 

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का चेयरमैन यासिन मलिक इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। इसी साल मई में उसे आपराधिक साजिश रचने और राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने से जुड़े मामलों में दोषी ठहराया गया है। मलिक ने शुक्रवार सुबह से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उसका कहना है कि उसके केस की सही से जांच नहीं की है। मलिक के सपोर्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है।

तिहाड़ जेल के कारागार नंबर-7 में बंद यासीन मलिक की भूख हड़ताल तुड़वाने के लिए जेल के कई अधिकारी ने उससे बात की और उसे मनाने की कोशिश भी की, लेकिन उसने भूख हड़ताल छोड़ने से मना कर दिया.

अदालत में कबूल किया था गुनाह

बता दें कि यासीन मलिक ने अदालत में सुनवाई के दौरान खुद पर लगे आरोपों को कबूल किया था। उसने अदालत में कहा था कि वह UAPA की धारा 16 (आतंकवादी गतिविधि), 18 (आतंकवादी कृत्य की साजिश रचने), 17 (आतंकवादी गतिवधि के लिए धन जुटाने) और 20 (आतंकवादी समूह या संगठन का सदस्य होने) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) व 124-ए (देशद्रोह) के आरोपों को चुनौती नहीं देगा।

कश्मीरी पंडितों पर हमले का मास्टर माइंड है मलिक

गौरतलब है कि यासीन मलिक 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों की हत्या का मास्टर माइंड है। इसके अलावा यासीन पर 1990 में एयरफोर्स के 4 जवानों की हत्या करने के भी आरोप है। वायुसेना के जवानों पर यह हमला 25 जनवरी 1990 को उस समय हुआ था, जब जवान श्रीनगर में एयरपोर्ट जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। हमले में स्कवॉड्रन लीडर रवि खन्ना समेत 4 जवान शहीद हुए थे, जबकि 40 लोग घायल हुए थे।

पाकिस्तान के PM ने किया मलिक का सपोर्ट

वहीं, यासीन मलिक का पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि, यासीन पर लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। मनगढ़ंत मामलों में दिखावटी मुकदमे से उसकी आवाज दबाई जा रही है। भारत राजनीतिक कार्यकर्ताओं के मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है।

 

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