Yas cyclone 2021 : अरब सागर में बने चक्रवात 'तौकता' ने तटीय कर्नाटक में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान पहुंचाया है. इससे पहले कि लोग उस चक्रवात के प्रभाव से बाहर आ पाते, खबर आ रही है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और चक्रवात आ रहा है. इस चक्रवात के अगले सप्ताह से दक्षिण कन्नड़, उडुपी और तट के अन्य हिस्सों में और बारिश होने की संभावना है.
नई दिल्ली. अरब सागर में बने चक्रवात ‘तौकता’ ने तटीय कर्नाटक में रहने वाले लोगों को काफी नुकसान पहुंचाया है. इससे पहले कि लोग उस चक्रवात के प्रभाव से बाहर आ पाते, खबर आ रही है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और चक्रवात आ रहा है. इस चक्रवात के अगले सप्ताह से दक्षिण कन्नड़, उडुपी और तट के अन्य हिस्सों में और बारिश होने की संभावना है.
मानसून नजदीक है. ऐसा कहा जा रहा है कि मौसम विभाग को उम्मीद है कि मानसून 31 मई को केरल तट में प्रवेश करेगा. उसके बाद से एक या दो दिन के भीतर यह कर्नाटक तट पर पहुंच जाएगा. इससे पहले, तट को ‘यस’ चक्रवात के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा, जिसके मानसून की शुरुआत को प्रभावित करने की संभावना है.
इस चक्रवात को ‘यस’ नाम दिया गया है और यह केरल या पश्चिम बंगाल से टकरा सकता है. मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 23 मई से अच्छी बारिश होने की संभावना है और यह तीन से चार दिनों तक जारी रहेगी.
इस बार प्री-मानसून बारिश अच्छी रही है. प्री-मानसून बारिश कम होने में दो सप्ताह और हैं. तटीय इलाकों में इस बार सामान्य से बेहतर बारिश हुई है. 1 मार्च से 19 मई के बीच दक्षिण कन्नड़ में सामान्य प्री-मानसून बारिश की तुलना में 188 प्रतिशत बारिश हुई, जबकि उडुपी, उत्तर कन्नड़ और कोडागु में यह प्रतिशत 284, 435 और 66 प्रतिशत है.
इस बार मानसून पर चक्रवात ‘तौकते’ का कुछ असर होने की आशंका जताई जा रही थी.लेकिन अब एक और चक्रवाती तूफान बन गया है. मानसून की शुरुआत में देरी की संभावना धूमिल बताई जा रही है.