नई दिल्ली : पहलवानों के भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने प्रदर्शन जारी रखा है. इसी बीच 31 मई बुधवार को केंद्रीय मंत्री और BJP नेता अनुराग ठाकुर का बयान सामने आया है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों को कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कि […]
नई दिल्ली : पहलवानों के भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने प्रदर्शन जारी रखा है. इसी बीच 31 मई बुधवार को केंद्रीय मंत्री और BJP नेता अनुराग ठाकुर का बयान सामने आया है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि खिलाड़ियों को कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कि किसी खिलाड़ी को कोई नुकसान हो. उनकी मांग पर कमेटी का भी गठन कर दिया गया, जो महासंघ का काम देख रही है.खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, ” प्रर्दशनकारी खिलाड़ियों को जांच तक इंतजार करना चाहिए, दिल्ली पुलिस जांच में जुट गई है. जब तक जांच चल रही है वो कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे खेल जगत या किसी खिलाड़ी को कोई नुकसान पहुंचे या प्रभावित हों.” अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि PM मोदी ने देश में खेल जगत को प्रोत्साहन दिया है देश में खेल प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आगे बढ़ा है.
दरअसल 30 मई मंगलवार को सभी प्रर्दशनकारी खिलाड़ी साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया हरिद्वार अपने मेडल गंगा में बहाने पहुंचे थे. इस दौरान उन्हें किसान नेता नरेश टिकैत द्वारा रोक लिया गया और उनसे पांच दिनों का समय लिया है. इस दौरान पहलवानों ने भी आने वाले दिनों में इंडिया गेट पर आमरण अनशन’ पर बैठने का ऐलान किया.
दरअसल प्रर्दशनकारी खिलाड़ियों का BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में और धमकाने का आरोप लगाते हुए कई दिनों से प्रदर्शन जारी है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस और दो FIR भी दर्ज की गई है. पर पहलवान खिलाड़ी जल्द से जल्द बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
वहीं 28 मई रविवार को इस मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, और विनेश फोगाट को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. कारण यह था की महिला खिलाड़ी महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ रही थीं. इसी दिन नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह था. वहीं खिलाड़ियों ने पदक को गंगा में बहाने की बात कही थी.
मंगलवार 30 मई को बृजभूषण शरण सिंह ने मामले पर जारी एक बयान में कहा कि खिलाड़ी मेडल को हरिद्वार के गंगा में बहाने गए थे. लेकिन मौके पार किसान नेता नरेश टिकैत ने उन्हें रोक लिया, और खिलाड़ियों ने मेडल उन्हें ही थमा दिया. आगे उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निवेदन पर मेरे खिलाफ FIR हुई जिस सिलसिले में अभी जांच जारी है. अगर मैंने सच में कुछ गलत किया होगा तो मैं गिरफ्तार हो जाऊंगा क्योंकि अब सब कुछ दिल्ली पुलिस के हाथ में है.