World Tourism Day 2019: वर्ल्ड टूरिज्म डे के मौके पर हम आपको एक मिनी टूर कराने जा रहे हैं भारतीय इतिहास की गोद में बसे राजस्थान का. यहां सिर्फ आपको रेत या कीकर का पेड़ नहीं बल्कि वो खूबसूरती नजर आएगी जो आप किसी चश्मे से देख ही नहीं पाए.
नई दिल्ली. पूरी दुनिया में 27 सितंबर को वर्ल्ड टूरिज्म डे सेलिब्रेट किया जाएगा. हर साल करोड़ों की संख्या में सैलानी घूमने के लिए निकलते हैं. अलग-अलग देशों में टूरिस्टों के लिए अच्छी से अच्छी सुविधाएं दी जाती हैं. भारत के भी काफी पर्यटक घूमने फिरने और शानदार लोकेशन के लिए विदेश जाने की प्लानिंग करते हैं. कोई दुबई जाने के लिए बेताब रहता है तो किसी का स्विट्जरलैंड की सबसे ऊंची पहाड़ी पर फोटो खिंचाने का मन होता है. बेशक दुनिया में काफी देश घूमने के लिहाज से खूबसूरत हैं लेकिन इन्हीं में से हमारा देश भी एक है. तो क्यों न इस बार आप विदेश न जाकर अपने देश की ही खूबसूरती को निहारें. इससे आपको बचत तो होगी ही साथ ही आपको अपने देश की उस खूबसूरती की अंदाजा होगा जो आप आजतक किसी भी दूसरे चश्मे से देख नहीं पाए हैं. तो चलिए यहां भी आपको राजधानी दिल्ली और एनसीआर से सटे प्रदेश राजस्थान का एक मिनी टूर करा देते हैं. फिर आपका मन बनता है तो उठाइएगा बैग और निकल जाइएगा भारतीय इतिहास की गोद में.
घूमना तो ठीक लेकिन राजस्थान ही क्यों
अब यूं तो हर किसी का अपना मन है. किसी को पहाड़ देखने भाते हैं तो कोई समुद्र की लहरों से खेलना चाहता है. लेकिन राजस्थान इन सबसे अलग एक असीम शांति आपको देता है. राजस्थान भारतीय इतिहास की वो किताब है जिसे पढ़ने अगर लग जाएं तो सालों तक उसमें खोए रहें. दिल्ली की तरफ से चलो तो अरावली के पहाड़ आपका स्वागत के लिए हमेशा तैयार खड़े हैं. राजपूतों की शान और मुगलों की राजगद्दी रही राजस्थान में सिर्फ रेत और कीकर के पेड़ ही नहीं खूबसूरती भी बेहिसाब है. राजस्थान का कल्चर कुछ ऐसा है कि आपका मन मोह ले. अब मन में सवाल होगा कि राजस्थान की तारीफ तो हो गई लेकिन अब जाएं तो जाएं कहां ? इसका जवाब आपको आर्टिकल में नीचे मिलेगा.
चलिए शुरू अलवर की सिलसिजर झील से करते हैं
दिल्ली से आप महज 3 से 4 घंटे में अलवर पहुंच जाते हैं. राजस्थान के अलवर में भी इतिहास से जुड़ी कई चीजें आपको देखने को मिलती हैं. लेकिन इन सभी में सबसे ज्यादा खास है शहर से 13 किमी दूर बनी सिलसिजर झील. इसे साल 1845 में महाराजा विनय सिंह ने बनवाया जो राज्य के उत्तर पूर्व में स्थित है. अरावली की पहाड़ियों की गोद में बनी अलवर की यह झील करीब 7 किमी तक फैली है जिसे देखकर किसी का भी मन मोह जाए.
अब आप थोड़ा पिंक सिटी जयपुर भी घूम लीजिए
अलवर से कुछ 2 घंटे के सफर के बाद आपका स्वागत पिंक सिटी जयपुर में किया जाता है. जयपुर राजस्थान की राजधानी और भारत के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक हैं. यहां की पिंक सिटी घूमने का मजा ही अलग है. शाम को बाजार में शॉपिंग शानदार फील देती है. विदेशी पर्यटकों की भी यहां पर भरमार मिलेगी. जयपुर में हवा महल, जय पैलेस और आमेर का किला भ्रमण का मजा ही कुछ और है.
अजमेर दरगाह और पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर राजस्थान की पहचान हैं
राजस्थान के अजमेर की दिल्ली से करीब 400 किमी की दूरी है यानी आप 6 से 8 घंटे के बीच वहां पहुंच सकते हैं. अजमेर जाने का सबसे बड़ा फायदा है कि आप वहां के साथ-साथ 20 किमी दूर बसे पुष्कर में भी घूम सकते हैं. अजमेर में अन्ना सागर झील से लेकर घूमने के लिए कई जगह है लेकिन ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह मुख्य आकर्षण का केंद्र है. दरगाह पर देश -विदेश से श्रद्धालु, सैलानी दुआ मांगने के लिए आते हैं.
पुष्कर भी घूमने का अपना अलग ही मजा है. यहां आम भारतीयों से ज्यादा आपको विदेशी पर्यटक सड़कों और बाजारों पर घूमते मिलेंगे. खास बात है कि पूरे देश में सिर्फ पुष्कर में ब्रह्मा जी का मंदिर बनाया गया है. यहां बसे तालाब पर भी श्रद्धालु अपनी श्रद्धा और पर्यटक घूमने के इरादे से पहुंचते हैं. बाजार में आपको राजस्थानी स्टाइल के कपड़ें और खाने में मालपुए जरूर आएंगे.
अगर दिल्ली से थोड़ा दूर चलें तो राजस्थान का उदयपुर है बेस्ट
राजस्थान का लेक सिटी उदयपुर दिल्ली-अहमदाबाद हाईवे से ही लगा है. यहां दिल्ली से पहुंचने के लिए आपको करीब 10 से 12 घंटे लग सकते हैं. लेकिन ये शहर इतना खूबसूरत है कि उसे देखकर आपकी सभी थकान उड़न छू हो जाएगी. उदयपुर में आप फतेह सागर और पिछोला झील के साथ-साथ जगदीश मंदिर, सज्जनगढ़ फोर्ट सिटी पैलेस घूमने जा सकते हैं. साथ ही शहर के सभी बाजार घूमना भी आपको शानदार एक्सपीरियंस देगा.
जोधपुर और जैसलमेर के रेतीले धोरों में दिखती है राजस्थान की भरपूर संस्कृति
यूं तो दिल्ली से जोधपुर और उदयपुर का सफर करीब एक बराबर है. लेकिन ब्लू सिटी जोधपुर जाने के लिए आपको राजस्थान और पाकिस्तान बॉर्डर की ओर चलना पड़ता है. अजमेर से जोधपुर की ओर जाते हुए आपको रास्ते में राजस्थान की आम संस्कृति खूब देखने को मिलेगी. बीच में पड़ने वाले शहरों में छोटी-छोटी खाने की टेस्टी चीजों को चखकर आपको अलग ही मजा आ जाएगा. जोधपुर में आप मेहरानगढ़ दुर्ग और उम्मेदभवन पैलेस के साथ-साथ आप बाजार में जाकर वहीं की बनी स्पेशल जूतियों को भी खरीद सकते हैं. अगर जोधपुर के बाजार में हैं तो किसी कौने में मिलने वाली नागौरी चाय का घूंट भी एक बार जरूर लें.
जोधपुर से कुछ ही दूर बसे जैसलमेर को भारत का गोल्डन सिटी भी कहा जाता है. जैसलमेर थार रेगिस्तान के बीच में बसा है, जहां रेत, शाही किले और राजस्थान की लोक संस्कृति आपको भरपूर रूप से देखने को मिलेगी. अगर आप जैसलमेर जाते हैं तो वहां एक रात रेगिस्तान में स्थित कैंपों में जरूर गुजारिए. साथ ही रेगिस्तान में ऊंट की सवारी भी आपको अलग ही लेवल का मजा देगी.