देश की सर्वोच्च अदालत तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे चुकी है. केंद्र सरकार इस सत्र में ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर संसद में बिल पेश करने जा रही है. वहीं दूसरी ओर तीन तलाक के मामले है कि थमने का नाम नहीं ले रहे. ताजा मामला तेलंगाना के हैदराबाद और यूपी के बरेली में सामने आया है, जहां हैदराबाद की रहने वाली सारा बेगम (बदला हुआ नाम) को उसके पति (ओमान निवासी) ने फोन पर तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे दिया. दूसरी ओर बरेली में बसपा नेता के भाई ने भी अपनी पत्नी नगमा (बदला हुआ नाम) को फोन पर तलाक दिया और सऊदी अरब चला गया.
हैदराबाद/बरेलीः देश की सर्वोच्च अदालत तीन तलाक को असंवैधानिक करार दे चुकी है. केंद्र सरकार इस सत्र में ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर संसद में बिल पेश करने जा रही है. वहीं दूसरी ओर तीन तलाक के मामले है कि थमने का नाम नहीं ले रहे. ताजा मामला तेलंगाना के हैदराबाद और यूपी के बरेली में सामने आया है, जहां हैदराबाद की रहने वाली सारा बेगम (बदला हुआ नाम) को उसके पति (ओमान निवासी) ने फोन पर तीन बार तलाक बोलकर तलाक दे दिया. दूसरी ओर बरेली में बसपा नेता के भाई ने भी अपनी पत्नी नगमा (बदला हुआ नाम) को फोन पर तलाक दिया और सऊदी अरब चला गया. सारा बेगम ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है.
31 साल की सारा बेगम ने विदेश मंत्रालय को भावुक पत्र लिखते हुए मदद मांगी है. सारा ने मामले में हस्तक्षेप की अपील करते हुए पति से गुजारा-भत्ता दिलाने की मांग की है. सारा ने बताया कि साल 2008 में हैदराबाद में उसकी ओमान निवासी जाहरान हामेद नामक शख्स से शादी हुई थी. सारा की मानें तो 7 लड़कियों के आगे हामेद ने शादी के लिए उसे चुना था. सारा ने बताया कि शादी के बाद हामेद साल में एक बार हैदराबाद आता था और वह हर महीने सारा को पैसे भी भेजता था. मगर इस साल अगस्त में हामेद ने उसे फोन पर तीन बार तलाक बोलकर बगैर किसी नोटिस के इस्लामिक तरीके से तलाक दे दिया. सारा अपनी मां के साथ हैदराबाद में रहती है. सारा ने मस्कट स्थित भारतीय दूतावास से भी मदद मांगी है.
दूसरी ओर यूपी के बरेली में इस बार नगर निकाय चुनाव में बसपा से मेयर पद के प्रत्याशी रहे मोहम्मद यूसुफ जरीवाला के भाई शानू अली ने अपनी पत्नी नगमा को फोन पर तलाक दे दिया. नगमा ने बताया कि 26 नवंबर को वह अपने मायके (सीबीगंज के बुधौलिया) में थी. इसी दौरान शानू ने नगमा को फोन किया. फोन उठाते ही नगमा इससे पहले कुछ समझ पाती, शानू ने तलाक, तलाक और तलाक बोलकर फोन काट दिया. उसके बाद शानू नौकरी करने के लिए सऊदी अरब चला गया. तलाक से सदमे में आ चुकी नगमा न्याय की गुहार लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी के पास पहुंची. दरअसल फरहत नकवी तीन तलाक पीड़ित महिलाओं के न्याय के लिए एक संस्था चलाती हैं. उन्होंने नगमा को उसे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. नगमा का आरोप है कि राजनीतिक पृष्ठभूमि होने की वजह से पुलिस और प्रशासन भी उसके पति के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहा है.
महाबहस: क्या कानून बनाने से बंद नहीं होगा तीन तलाक?