Anand Mahindra: नई दिल्ली, बिज़नेस मैन आंनद महिंद्रा (Anand Mahindra) का सोशल मीडिया अकाउंट प्रेरित करने वाली सैकड़ों कहानियों से भरा पड़ा है. वे हमेसा ऐसी कहानियों, लोगों के संघर्ष को शेयर करते है जिससे लोगों को प्रेरणा मिल सके और वे कुछ कर गुजरने की चाह रखें। एक बार फिर बिज़नेस मैन आनद महिंद्रा […]
नई दिल्ली, बिज़नेस मैन आंनद महिंद्रा (Anand Mahindra) का सोशल मीडिया अकाउंट प्रेरित करने वाली सैकड़ों कहानियों से भरा पड़ा है. वे हमेसा ऐसी कहानियों, लोगों के संघर्ष को शेयर करते है जिससे लोगों को प्रेरणा मिल सके और वे कुछ कर गुजरने की चाह रखें। एक बार फिर बिज़नेस मैन आनद महिंद्रा ने गीता बालाकृष्णन की एक स्टोरी री-ट्वीट की है, जिन्होंने कोलकाता से दिल्ली की 1700 किमी की दूरी पैदल तय की है. दरअसल, गीता बालाकृष्णन ने 1700 किलोमीटर की पैदल यात्रा इसलिए की क्योंकि वे अपनी इस यात्रा के जरिये के समाज में आर्किटेक्चर और डिजाइन से जुड़ा काम करने वाले लोगों के योगदान को दुनिया की नजर में लाना चाहती थी. उनके इस पैदल यात्रा के दौरान महिंद्रा समूह (Mahindra Group) ने उन्हें सहयोग किया, जिसके लिए गीता बालाकृष्णन ने महिंद्रा को धन्यवाद कहा है.
कोलकाता से दिल्ली तक 1700 किलोमीटर पैदल चलने वाली महिला बालकृष्णन (Balakrishnan) का प्रोफाइल देखने से पता चलता है कि वह Ethos और Acedge की फाउंडर हैं. उन्होंने अपनी प्रोफाइल पर खुद को वास्तुकार बताया है. बालकृष्णन ने अपने फाउंडेशन की शुरुआत 2002 में की थी और इसके बाद से वह लगातार फाउंडेशन के माध्यम से पर्यावरण के बारे में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं. बालकृष्णन का काम जुगाड़ डिजाइनरों सिविल इंजीनियरों और उभरते फेस कारों के लिए एक नेटवर्क बनाने का भी है.
महिंद्रा ग्रुप ने बालकृष्णन की 1700 किलोमीटर की यात्रा के लिए उनके साथ एक स्कॉर्पियो (Scorpio) दी थी, जो उनके पीछे-पीछे चल रही थी. बालकृष्णन ने अपनी यह पूरी यात्रा पैदल चल के कम्पलीट की है, स्कॉर्पियो कार उनकी सुरक्षा के लिए दी गई थी. महिंद्रा ग्रुप हमेसा ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे कदम उठाते रहता है।