नई दिल्ली। दुनियाभर में छंटनी का सिलसिला लगा हुआ है। ऐसे में यह खबरें आ रही हैं कि फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी करने वाली है। यह सवाल तब उठने लगे हैं जब हाल ही में मेटा ने अपने हजारों कर्मचारियों को प्रदर्शन पर खराब रेटिंग दी है। […]
नई दिल्ली। दुनियाभर में छंटनी का सिलसिला लगा हुआ है। ऐसे में यह खबरें आ रही हैं कि फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा एक बार फिर बड़े पैमाने पर छंटनी करने वाली है। यह सवाल तब उठने लगे हैं जब हाल ही में मेटा ने अपने हजारों कर्मचारियों को प्रदर्शन पर खराब रेटिंग दी है। मिली रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने अपने 7,000 ज्यादा कर्मचारियों को औसत से कम रेटिंग दी है। इसके साथ ही कंपनी ने बोनस दिए जाने के रिव्यू को भी ऑप्शन से अब हटा दिया है।
इन सभी चीजों के कारण यह कयास लगाए जा रहे हैं कि फेसबुक , इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी मेटा में जल्द बड़ी छंटनी भी हो सकती है।
बता दें , मेटा के एक सोर्स ने वॉल स्ट्रीट जनरल से बात करते हुए कहा कि कंपनी में नई छंटनी उन कर्मचारियों की हो सकती है जिनका परफॉर्मेंस औसत से कम का है। ऐसे में खराब रेटिंग वाले कर्मचारियों के लिए यह बेहद बुरी खबर हो सकती है। इससे पहले मेटा से सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि इस साल मेटा में कई बदलाव होंगे। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि कंपनी बड़े पैमाने पर एक बार फिर छंटनी करेगी।
गौरतलब है कि मेटा ने इससे पहले भी बड़े पैमाने पर छंटनी की थी और साल 2023 में अपने 13 फीसदी यानी 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से भी निकाल दिया था। इसके बाद हाल ही में दी गई कम रेटिंग से ऐसा नज़र आ रहा है कि कंपनी एक बार फिर अपने खर्च को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी करने की तैयारी में लगी हुई है। इससे पहले पिछले हफ्ते फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मेटा ने अपनी कंपनी की कई टीमों के बजट को जारी करने में देरी करी है। ऐसे में तब से ही यह आशंका जताई जा रही है कि कंपनी जल्द ही बड़े लेवल पर छंटनी करेगी।
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