नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान आंदोलन 2.0 में भले ही नजर ना आ रहे हों लेकिन वो पर्दे के पीछे रहकर भी खासा सक्रिय हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समेत कई मांगों को लेकर अन्नदाताओं के दिल्ली चलो मार्च को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच को लेकर […]
नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसान आंदोलन 2.0 में भले ही नजर ना आ रहे हों लेकिन वो पर्दे के पीछे रहकर भी खासा सक्रिय हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समेत कई मांगों को लेकर अन्नदाताओं के दिल्ली चलो मार्च को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच को लेकर वे लोग योजना बना रहे हैं। राकेश टिकैत के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की चंडीगढ़ में कल मीटिंग है जहां आगे की रणनीति हम तय करेंगे।
यह बैठक चंडीगढ़ में होगी। 1 दिन की इस मीटिंग में देश भर के किसान आएंगे। किसान नेता टिकैत ने इस बात पर भी जोर दिया कि एमएसपी को लेकर गांरटी कानून बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा तो इससे पूरे देश को नुकसान होगा। सरकार किसानों की बात नहीं मान रही है।
बता दें कि पंजाब के हजारों किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली चलो मार्च की शुरुआत की थी। फिलहाल इस मार्च को हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया है तथा पुलिस-सुरक्षाबलों की ओर से ‘दिल्ली चलो’ मार्च को रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारी किसान अभी पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं।