यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली बीजेपी सरकार में एक खास जाति को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, एेसा पिछली बीजेपी सरकार में भी नहीं हुआ था. राज्य में लूट की वारदातें बढ़ी हैं, जो बेरोजगारी को दिखाती हैं.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि अगर उनकी पार्टी 2022 के विधानसभा चुनावों में सत्ता में वापसी करती है तो वह राज्य में पिछले एक साल में हुए एन्काउंटर्स की जांच कराएंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे. टीओआई से बातचीत में पूर्व चीफ मिनिस्टर ने इस बात पर शोक जताया कि कुछ खास जाति के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा, ”जब एक मुख्यमंत्री कहता है कि गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा तो इससे पुलिस खुश हो जाती है. यह एक राज्य की पॉलिसी नहीं होनी चाहिए. पुलिसकर्मियों में सिस्टम का खौफ खत्म हो रहा है. उन्हें लगता है कि फेक एन्काउंटर करने के बाद भी उन्हें समर्थन मिलेगा. लूट के मामलों में बढ़ोतरी बेरोजगारी दिखाती है”.
अखिलेश यादव ने कहा, ”यह पिछले 15 सालों में कभी नहीं हुआ. पिछली बीजेपी सरकार में भी कुछ खास जातियों को निशाना नहीं बनाया गया था. वर्तमान मुख्यमंत्री गलत सोच रहे हैं कि एन्काउंटर्स के जरिए अपराध पर लगाम लगाई जा सकती है. लूट और डकैती में बढ़ोतरी बेरोजगारी को दर्शाती है”.
इससे पहले अखिलेश यादव ने 14 अप्रैल को कठुआ और उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म कांड को लेकर भाजपा की कड़ी आलोचना की थी. उन्होंने केंद्र सरकार से इन दोनों मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई कर मिसाल पेश करने की मांग की थी. अखिलेश ने कहा था कि देश के तमाम हिस्सों में दलितों और महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहे हैं. जहां-जहां भजपा की सरकार है, वहां अपराध और ज्यादा है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक साल के दौरान हुए अपराध का आंकड़ा भी पेश किया था.
शिवसेना ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- ‘मौनी बाबा’ को विदेश में याद आती हैं भारत की घटना